नई दिल्ली: शारदीय नवरात्रि की शुरुआत सात अक्टूबर से हो रही है. दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Delhi Disaster Management Authority) के आदेश के बाद स्थिति में कुछ बदलाव हुआ है. दिल्ली का मिनी बंगाल कहे जाने वाले चितरंजन पार्क (CR Park) में काफी रौनक देखने को मिलती है. वहीं नए आदेश के बाद सीआर पार्क स्थित काली मंदिर में श्रद्धालु अब मां दुर्गा के दर्शन कर सकेंगे, लेकिन प्रसाद या पुष्पांजलि अर्पित नहीं कर सकेंगे. हालांकि मंदिर प्रशासन को अभई जिला प्रशासन समेत अन्य विभागों से अनुमति का इंतजार है.
चितरंजन पार्क स्थित काली मंदिर सोसायटी के सचिव प्रदीप गांगुली ने कहा कि हम सभी को नवरात्रि का बेसब्री से इंतजार रहता है. उन्होंने कहा कि DDMA के हाल ही में आए नए आदेश से पूजा को लेकर थोड़ी राहत मिली है. मां दुर्गा की पूजा के लिए पंडाल तैयार हो रहा है.
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कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए श्रद्धालुओं को केवल मां दुर्गा के ही दर्शन हो पाएंगे. वह मंदिर के अन्य हिस्सों में नहीं जा सकेंगे. मां दुर्गा के दर्शन करने के लिए एक ओर से श्रद्धालु प्रवेश करेंगे और दूसरी ओर से मंदिर परिसर से बाहर निकल जाएंगे.
कोई भी श्रद्धालु माता को पुष्पांजलि अर्पित नहीं कर पाएगा. इसके अलावा कार्यक्रम का प्रसारण भी किया जाएगा, जो श्रद्धालु फिजिकल तौर पर मंदिर में दर्शन करने नहीं आ पाएंगे, वो घर पर रहकर ही माता के दर्शन कर सकेंगे.
साथ ही सिंदूर खेला कार्यक्रम में केवल मंदिर समिति के लोग ही कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए इस साल भाग ले पाएंगे. इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित किए जा रहे हैं.
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प्रदीप गांगुली ने कहा कि पूरी व्यवस्था जिला प्रशासन, पुलिस व अन्य विभाग से सार्वजनिक तौर पर पूजा आयोजित करने के लिए अनुमति मिलने के बाद ही संभव हो पाएगी. उम्मीद है कि मां की पूजा के लिए अनुमति मिल जाएगी और कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए भव्य रुप से पूजा आयोजित की जाएगी.