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Last Sawan Somwar: सावन का आखिरी सोमवार आज, मंदिरों में सुबह से लगा शिव भगतों का ताता

04 जुलाई से शुरू हुआ सावन का महीना 31 अगस्त 2023 को समाप्त हो रहा है. श्रावणी मास अब अपने अंतिम पड़ाव पर है. 28 अगस्त को सावन का यह अंतिम सोमवार है. इसको लेकर देशभर के शिवालयों में भक्त उमड़ पड़े हैं. दिल्ली के प्राचीन गौरी शंकर मंदिर, झंडेवाला देवी मंदिर, गुफा वाले शिवालय में भक्त उमड़ पड़े हैं.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Aug 28, 2023, 9:54 AM IST

Updated : Aug 28, 2023, 10:16 AM IST

आज सावन का आखरी सोमवार

नई दिल्ली: सावन की अंतिम सोमवारी, भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए बहुत ही खास रहने वाला है. सावन के अंतिम सोमवार के दिन ही सोम प्रदोष व्रत भी पड़ रहा है. सोम प्रदोष व्रत और सावन सोमवार व्रत दोनों ही भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित है. इसके साथ ही इस दिन कई शुभ योग भी बन रहे हैं. ऐसे में धार्मिक दृष्टिकोण से सावन का अंतिम सोमवार बेहद खास माना जा रहा है. जिसमें किए पूजा-व्रत से भक्तों को लाभ होगा.

गौरी शंकर मंदिर: इस पावन मौके पर चांदनी चौक स्थित प्राचीन गौरी शंकर मंदिर के कपाट रात 2 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए मंदिर में भी सुबह से ही भक्तों के पहूंचने का सिलसिला शुरू हो गया था. भगवान भोलेनाथ की आराधना के लिए लगातार भक्तों की भीड़ लगी हुई है. हाथों में भांग, धतूरे, बेल-पत्र, जल और दूध लेकर महादेव का अभिषेक करने के लिए श्रद्धालु मंदिर में पहुंच रहे हैं. इस दौरान लगातार मंदिर में महादेव के जयकारे होते रहे.

सोम प्रदोष व्रत: सावन के 8वें और अंतिम सोमवार पर सोम प्रदोष व्रत का अद्भुत संयोग बन रहा है. इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करने के बाद सुबह 7:30 बजे तक शिवलिंग पर जलाभिषेक, रुद्राभिषेक करने से बाबा भोलेनाथ अति प्रसन्न होंगे. इसके बाद फिर सुबह 09:00 से 12:00 बजे के बीच बाबा का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी. इसके बाद सूर्यास्त के समय प्रदोष काल में भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा पाठ करनी चाहिए. साथ ही शिवलिंग पर जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव की कृपा आप पर बनी रहेगी.

झंडेवाला देवी मंदिर: इस पावन अवसर पर झंडेवालान देवी मंदिर में सुबह भगवान शंकर का रुद्राभिषेक विधि विधान से किया गया. मान्यता के अनुसार अधिकमास के पहले सोमवार पर रुद्राभिषेक करना बहुत शुभ माना जाता है. झंडेवालान देवी मंदिर का इतिहास करीब 100 साल पुराना है और यहां आज भी दूर-दूर से श्रद्धालु शीश नवाने आते हैं. दिल्ली के पहाड़गंज में स्थित इस मंदिर में हमेशा भक्तों का तांता लगा रहता है. जिसमें विशेष अवसरों पर वृद्धि हो जाती है. मंदिर के कपाट सुबह 5 खुल जाते हैं.

गुफा वाले शिवालय: सावन के आखिरी सोमवार के दिन गुफा वाले शिवालय में सुबह से ही भक्तों के पहूंचने का सिलसिला शुरू हो गया था. हाथों में भांग,धतूरे, बेल-पत्र, जल और दूध लेकर श्रद्धालु मंदिर में पहुंच रहे हैं. मंदिर के मीडिया प्रमुख नंदकिशोर सेठी ने बताया कि 31 अगस्त तक चलने वाले सावन में 8 सोमवार रहे. सावन में प्रत्येक सोमवार शिवभक्तों के लिए खास होते हैं. इस दिन भक्त व्रत रखते है सावन की शिवरात्रि में भक्त कांवड़ में गंगाजल लेकर आते हैं और शिवलिंग पर चढ़ाते हैं.

तुघलकाबाद का प्राचीन शिव मंदिर: आखिरी सोमवार पर महादेव की पूजा आराधना करने के लिए सुबह से ही लोगों में उत्साह भरपूर देखने को मिल रहा है. तुघलकाबाद गाँव स्थित प्राचीन शिव मंदिर में सुबह से ही जलाभिषेक और पूजा-अर्चना के लिए भक्तों के आने का सिलसिला जारी है.

यह भी पढ़ें- Som Pradosh Vrat 2023: सावन का सोम प्रदोष व्रत कल, जानें शुभ मुहूर्त एवं पूजन विधि

आज सावन का आखरी सोमवार

नई दिल्ली: सावन की अंतिम सोमवारी, भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए बहुत ही खास रहने वाला है. सावन के अंतिम सोमवार के दिन ही सोम प्रदोष व्रत भी पड़ रहा है. सोम प्रदोष व्रत और सावन सोमवार व्रत दोनों ही भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित है. इसके साथ ही इस दिन कई शुभ योग भी बन रहे हैं. ऐसे में धार्मिक दृष्टिकोण से सावन का अंतिम सोमवार बेहद खास माना जा रहा है. जिसमें किए पूजा-व्रत से भक्तों को लाभ होगा.

गौरी शंकर मंदिर: इस पावन मौके पर चांदनी चौक स्थित प्राचीन गौरी शंकर मंदिर के कपाट रात 2 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए मंदिर में भी सुबह से ही भक्तों के पहूंचने का सिलसिला शुरू हो गया था. भगवान भोलेनाथ की आराधना के लिए लगातार भक्तों की भीड़ लगी हुई है. हाथों में भांग, धतूरे, बेल-पत्र, जल और दूध लेकर महादेव का अभिषेक करने के लिए श्रद्धालु मंदिर में पहुंच रहे हैं. इस दौरान लगातार मंदिर में महादेव के जयकारे होते रहे.

सोम प्रदोष व्रत: सावन के 8वें और अंतिम सोमवार पर सोम प्रदोष व्रत का अद्भुत संयोग बन रहा है. इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करने के बाद सुबह 7:30 बजे तक शिवलिंग पर जलाभिषेक, रुद्राभिषेक करने से बाबा भोलेनाथ अति प्रसन्न होंगे. इसके बाद फिर सुबह 09:00 से 12:00 बजे के बीच बाबा का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी. इसके बाद सूर्यास्त के समय प्रदोष काल में भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा पाठ करनी चाहिए. साथ ही शिवलिंग पर जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव की कृपा आप पर बनी रहेगी.

झंडेवाला देवी मंदिर: इस पावन अवसर पर झंडेवालान देवी मंदिर में सुबह भगवान शंकर का रुद्राभिषेक विधि विधान से किया गया. मान्यता के अनुसार अधिकमास के पहले सोमवार पर रुद्राभिषेक करना बहुत शुभ माना जाता है. झंडेवालान देवी मंदिर का इतिहास करीब 100 साल पुराना है और यहां आज भी दूर-दूर से श्रद्धालु शीश नवाने आते हैं. दिल्ली के पहाड़गंज में स्थित इस मंदिर में हमेशा भक्तों का तांता लगा रहता है. जिसमें विशेष अवसरों पर वृद्धि हो जाती है. मंदिर के कपाट सुबह 5 खुल जाते हैं.

गुफा वाले शिवालय: सावन के आखिरी सोमवार के दिन गुफा वाले शिवालय में सुबह से ही भक्तों के पहूंचने का सिलसिला शुरू हो गया था. हाथों में भांग,धतूरे, बेल-पत्र, जल और दूध लेकर श्रद्धालु मंदिर में पहुंच रहे हैं. मंदिर के मीडिया प्रमुख नंदकिशोर सेठी ने बताया कि 31 अगस्त तक चलने वाले सावन में 8 सोमवार रहे. सावन में प्रत्येक सोमवार शिवभक्तों के लिए खास होते हैं. इस दिन भक्त व्रत रखते है सावन की शिवरात्रि में भक्त कांवड़ में गंगाजल लेकर आते हैं और शिवलिंग पर चढ़ाते हैं.

तुघलकाबाद का प्राचीन शिव मंदिर: आखिरी सोमवार पर महादेव की पूजा आराधना करने के लिए सुबह से ही लोगों में उत्साह भरपूर देखने को मिल रहा है. तुघलकाबाद गाँव स्थित प्राचीन शिव मंदिर में सुबह से ही जलाभिषेक और पूजा-अर्चना के लिए भक्तों के आने का सिलसिला जारी है.

यह भी पढ़ें- Som Pradosh Vrat 2023: सावन का सोम प्रदोष व्रत कल, जानें शुभ मुहूर्त एवं पूजन विधि

Last Updated : Aug 28, 2023, 10:16 AM IST
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