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'इंडिया' गठबंधन से कांग्रेस को बाहर करने पर दूसरी पार्टियों से बातचीत करेगी AAP - AAP DELHI CONGRESS CONFLICT

-आम आदमी पार्टी-कांग्रेस में बढ़ी तनातनी -क्या गठबंधन में आ रही है दरार? -2100 रुपये योजना पर दिल्ली कांग्रेस ने AAP पर उठाए सवाल

AAP-कांग्रेस में बढ़ी तनातनी
AAP-कांग्रेस में बढ़ी तनातनी (SOURCE: ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : 12 hours ago

Updated : 12 hours ago

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले AAP और कांग्रेस में तनातनी बढ़ती हुई नजर आ रही है. आम आदमी पार्टी इंडिया गठबंधन की सबसे प्रमुख दल कांग्रेस को गठबंधन से बाहर करने पर विचार कर रही है. आम आदमी पार्टी के पुख्ता सूत्रों के मुताबिक इस संबंध में गठबंधन में शामिल अन्य राजनीतिक दलों से भी बातचीत की जाएगी. दरअसल, आम आदमी पार्टी दिल्ली में कांग्रेस नेताओं के बयानों से नाराज है. जिस तरह विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी की दो योजनाएं मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना को लेकर कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. इससे आप नेता खास नाराज हैं.

कांग्रेस को इंडिया गठबंधन से अलग करने के लिए AAP करेगी अन्य दलों से बातचीत
गुरुवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नई दिल्ली विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाए गए संदीप दीक्षित ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात कर आम आदमी पार्टी द्वारा घोषित इन दोनों योजनाओं को लेकर शिकायत दर्ज कराई है. इससे पहले बुधवार को आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस की ओर से आरोप पत्र जारी किया गया था. सरकार के कामकाज पर सवाल उठाने तथा गठबंधन को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने जिस तरह बयान दिया उससे आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह, अरविंद केजरीवाल समेत अन्य नेता खासे नाराज हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस पर मंथन कर अब इंडिया गठबंधन से कांग्रेस को अलग करने के संबंध में अन्य राजनीतिक दलों से बातचीत करने का फैसला लिया है.

साल 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले एकजुट हुए विपक्षी, बनाया 'इंडिया' गठबंधन
साल 2024 लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को कड़ी टक्कर देने के लिए विपक्षी दलों ने मिलकर इंडिया गठबंधन बनाया था. तब इसके मुख्य अगुवा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थे. लेकिन उनके एलडीए में चले जाने पर अगुवा की भूमिका में कांग्रेस के नेता हैं. गत कुछ दिनों से इंडिया गठबंधन में शामिल कुछ नेता पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन का संयोजक बनाने की बात को लेकर मुखर हैं. लोकसभा चुनाव इंडिया गठबंधन ने एकजुट होकर लड़ा था, लेकिन चुनाव संपन्न होने के बाद गठबंधन तो है, मगर राजनीतिक दल अलग-थलग जैसे हैं.

दिल्ली विधानसभा चुनाव अपने-अपने दम पर लड़ने का पहले ही ऐलान कर चुकी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने चुनाव के लिए प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया था. दोनों दल के नेता व प्रत्याशी चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं. इसी दौरान एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का भी सिलसिला जारी है.

आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना को लेकर जिस तरह दिल्ली सरकार के संबंधित विभागों के प्रमुख ने बुधवार को पब्लिक नोटिस जारी कर बताया कि सरकार की इस तरह की कोई योजना नहीं है और लोगों को इसके रजिस्ट्रेशन में मांगी गई जानकारी देने से बचने की अपील की. उसके बाद कांग्रेस के नेता इसकी शिकायत करने पुलिस थाने में पहुंच गए. यूथ कांग्रेस की तरफ से भी आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ संसद मार्ग थाने में शिकायत दर्ज कराई गई. शिकायत में केजरीवाल पर योजना को लेकर गुमराह करने और धोखा देने का आरोप लगाया गया है. इससे कांग्रेस को लेकर आप नेताओं में भारी नाराजगी है. अब 'आप' नेता इंडिया गठबंधन से कांग्रेस को बाहर करने पर दूसरी पार्टियों से बातचीत करेंगे. AAP नेता का आरोप है कि कांग्रेस बीजेपी के साथ मिलकर काम कर रही है.

जानिए क्या है इंडिया गठबंधन और कब हुआ था गठन?
I.N.D.I.A. गठबंधन साल 2024 के लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए 26 पार्टियों के नेताओं द्वारा घोषित एक विपक्षी मोर्चा है. इसका नाम बेंगलुरु में एक बैठक के दौरान प्रस्तावित किया गया था और 26 भाग लेने वाले राजनीतिक दलों द्वारा सर्वसम्मति से इसमें शामिल होने का फैसला लिया गया. इस गठबंधन का नाम इंडिया गठबंधन रखने का सुझाव का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के नेता राहुल गांधी ने दिया था.

वर्तमान में इस गठबंधन के प्रमुख की जिम्मेदारी कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हैं. गठबंधन की विचारधारा विकासवाद, समावेशिता और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों के इर्द-गिर्द घूमती है. अपने प्रयासों को मिलाकर, सदस्य दलों का उद्देश्य लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करना, कल्याण और प्रगति को बढ़ावा देना और उस विचारधारा का मुकाबला करना है जो भारत के विचार को खतरे में डालती है. इसका गठन 23 जून 2023 को 2024 के आम चुनाव में वर्तमान सत्तारूढ़ नरेंद्र मोदी की भाजपा नीत एनडीए को हराने के उद्देश्य से किया गया था.

ये भी पढ़ें- केजरीवाल के खिलाफ दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस ने दर्ज कराई शिकायत, धोखा देने का लगाया आरोप

ये भी पढ़ें- कांग्रेस ने AAP के खिलाफ जारी किया 'श्वेत पत्र', अजय माकन बोले- 'देश में फर्जीवाड़े के राजा केजरीवाल हैं'

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले AAP और कांग्रेस में तनातनी बढ़ती हुई नजर आ रही है. आम आदमी पार्टी इंडिया गठबंधन की सबसे प्रमुख दल कांग्रेस को गठबंधन से बाहर करने पर विचार कर रही है. आम आदमी पार्टी के पुख्ता सूत्रों के मुताबिक इस संबंध में गठबंधन में शामिल अन्य राजनीतिक दलों से भी बातचीत की जाएगी. दरअसल, आम आदमी पार्टी दिल्ली में कांग्रेस नेताओं के बयानों से नाराज है. जिस तरह विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी की दो योजनाएं मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना को लेकर कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. इससे आप नेता खास नाराज हैं.

कांग्रेस को इंडिया गठबंधन से अलग करने के लिए AAP करेगी अन्य दलों से बातचीत
गुरुवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नई दिल्ली विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाए गए संदीप दीक्षित ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात कर आम आदमी पार्टी द्वारा घोषित इन दोनों योजनाओं को लेकर शिकायत दर्ज कराई है. इससे पहले बुधवार को आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ प्रदेश कांग्रेस की ओर से आरोप पत्र जारी किया गया था. सरकार के कामकाज पर सवाल उठाने तथा गठबंधन को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने जिस तरह बयान दिया उससे आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह, अरविंद केजरीवाल समेत अन्य नेता खासे नाराज हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस पर मंथन कर अब इंडिया गठबंधन से कांग्रेस को अलग करने के संबंध में अन्य राजनीतिक दलों से बातचीत करने का फैसला लिया है.

साल 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले एकजुट हुए विपक्षी, बनाया 'इंडिया' गठबंधन
साल 2024 लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को कड़ी टक्कर देने के लिए विपक्षी दलों ने मिलकर इंडिया गठबंधन बनाया था. तब इसके मुख्य अगुवा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थे. लेकिन उनके एलडीए में चले जाने पर अगुवा की भूमिका में कांग्रेस के नेता हैं. गत कुछ दिनों से इंडिया गठबंधन में शामिल कुछ नेता पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन का संयोजक बनाने की बात को लेकर मुखर हैं. लोकसभा चुनाव इंडिया गठबंधन ने एकजुट होकर लड़ा था, लेकिन चुनाव संपन्न होने के बाद गठबंधन तो है, मगर राजनीतिक दल अलग-थलग जैसे हैं.

दिल्ली विधानसभा चुनाव अपने-अपने दम पर लड़ने का पहले ही ऐलान कर चुकी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने चुनाव के लिए प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया था. दोनों दल के नेता व प्रत्याशी चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं. इसी दौरान एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का भी सिलसिला जारी है.

आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना को लेकर जिस तरह दिल्ली सरकार के संबंधित विभागों के प्रमुख ने बुधवार को पब्लिक नोटिस जारी कर बताया कि सरकार की इस तरह की कोई योजना नहीं है और लोगों को इसके रजिस्ट्रेशन में मांगी गई जानकारी देने से बचने की अपील की. उसके बाद कांग्रेस के नेता इसकी शिकायत करने पुलिस थाने में पहुंच गए. यूथ कांग्रेस की तरफ से भी आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ संसद मार्ग थाने में शिकायत दर्ज कराई गई. शिकायत में केजरीवाल पर योजना को लेकर गुमराह करने और धोखा देने का आरोप लगाया गया है. इससे कांग्रेस को लेकर आप नेताओं में भारी नाराजगी है. अब 'आप' नेता इंडिया गठबंधन से कांग्रेस को बाहर करने पर दूसरी पार्टियों से बातचीत करेंगे. AAP नेता का आरोप है कि कांग्रेस बीजेपी के साथ मिलकर काम कर रही है.

जानिए क्या है इंडिया गठबंधन और कब हुआ था गठन?
I.N.D.I.A. गठबंधन साल 2024 के लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए 26 पार्टियों के नेताओं द्वारा घोषित एक विपक्षी मोर्चा है. इसका नाम बेंगलुरु में एक बैठक के दौरान प्रस्तावित किया गया था और 26 भाग लेने वाले राजनीतिक दलों द्वारा सर्वसम्मति से इसमें शामिल होने का फैसला लिया गया. इस गठबंधन का नाम इंडिया गठबंधन रखने का सुझाव का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के नेता राहुल गांधी ने दिया था.

वर्तमान में इस गठबंधन के प्रमुख की जिम्मेदारी कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हैं. गठबंधन की विचारधारा विकासवाद, समावेशिता और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों के इर्द-गिर्द घूमती है. अपने प्रयासों को मिलाकर, सदस्य दलों का उद्देश्य लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करना, कल्याण और प्रगति को बढ़ावा देना और उस विचारधारा का मुकाबला करना है जो भारत के विचार को खतरे में डालती है. इसका गठन 23 जून 2023 को 2024 के आम चुनाव में वर्तमान सत्तारूढ़ नरेंद्र मोदी की भाजपा नीत एनडीए को हराने के उद्देश्य से किया गया था.

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Last Updated : 12 hours ago
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