नई दिल्ली: असम से पकड़े गए तीन संदिग्ध आतंकियों ने स्पेशल सेल के समक्ष पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं. आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि वो दिल्ली में धमाकों के लिए एक मछली कारोबारी को धमकी देकर मोटी रंगदारी वसूलने वाले थे. इस वसूली की रकम का इस्तेमाल वो दिल्ली में धमाकों के लिए करने वाले थे. उस खुलासे के बाद पुलिस इससे संबंधित कोण पर भी अब जांच में जुट गई है.
स्पेशल सेल ने नाकाम की धमाके की साजिश
जानकारी के मुताबिक बीते हफ्ते दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने असम के गोलपाड़ा इलाके से तीन युवकों को गिरफ्तार किया था. इनके पास से तैयार की गई आईईडी और अन्य विस्फोटक बरामद किए गए थे. इनका इस्तेमाल वो असम के रास मेला में अंतिम दिन करने वाले थे.
लेकिन धमाके से पहले ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने असम पुलिस के साथ मिलकर इन तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया था. इनको पुलिस ने 10 दिन के रिमांड पर लिया था, जहां इनसे पूछताछ चल रही है.
अपने मालिक से वसूलने वाले थे रंगदारी
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस के सामने बताया है कि वो इन आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के साथ ही असम के एक मछली कंपनी के मालिक से जबरन उगाही की तैयारी कर रहे थे. इसके लिए उन्होंने जिस शख्स को चुना था. वो दो आरोपियों का मालिक है.
रंजीत इस्लाम जहां इस कंपनी में सुपरवाइजर था, तो वहीं गिरफ्तार लोगों में से एक मुकद्दर उस कंपनी में जॉब करता है. इन दोनों को इस बात की जानकारी थी कि मालिक के पास काफी पैसा है. इसलिए असम में ब्लास्ट करने के बाद वो उससे मोटी रकम रंगदारी के रूप में वसूलने वाले थे.
रंगदारी की रकम से करना चाहते थे दिल्ली में धमाके
इस रकम का इस्तेमाल एक तरफ जहां ये ग्रुप दिल्ली में धमाके के लिए करता, तो वहीं दूसरी तरफ अपना ग्रुप बढ़ाने में भी इस रकम से उन्हें मदद मिलती. आरोपियों ने पुलिस को ये भी बताया है कि वो बांग्लादेश के आईएसआईएस संगठन से बेहद प्रभावित थे. इसलिए वो असम और दिल्ली में बड़े धमाके कर अपना नाम भारत में सुर्खियों में लाना चाहते थे. लेकिन उनके पास फंड की कमी थी. इसलिए वो कारोबारी से रंगदारी वसूलने वाले थे.
अभी तक नहीं पकड़े गए हैं दिल्ली के साथी
पुलिस का कहना है कि इस मामले में अभी तक इनके दिल्ली के साथी उनकी पकड़ में नहीं आ सके हैं. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल लगातार उनकी तलाश में दबिश दे रही है.