नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने चौथी तिमाही फाइनेंशियल ईयर 2025 के लिए विभिन्न स्मॉल सेविंग स्कीम पर ब्याज दर अपरिवर्तित रखने की घोषणा की है. बता दें कि केंद्र सरकार ने पिछली अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों में भी कोई बदलाव नहीं किया था,
वहीं, इससे पहले अप्रैल-जून और जुलाई-सितंबर तिमाहियों में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया था. फिलहाल पब्लिक प्रोविडेंट फंड पर ब्याज दर 7.1 प्रतिशत है, जबकि सुकन्या समृद्धि योजना 8.2 फीसदी की दर से ब्याज देती है.सरकार स्मॉल सेविंग स्कीम की ब्याज दरों पर फैसला लेने से पहले देश में लिक्विडिटी की स्थिति और महंगाई पर भी नजर रखती है.
हालांकि, पीपीएफ, एनएससी और केवीपी समेत लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों की हर तीन महीने में समीक्षा की जाती है. लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरें 4 से 8.2 प्रतिशत के बीच हैं.सरकार ने इससे पहले दिसंबर 2023 में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की थी.
सुकन्या समृद्धि योजना में कितना मिलता है ब्याज?
गौरतलब है कि सुकन्या समृद्धि खाते में निवेश करने के लिए न्यूनतम राशि 250 रुपये और एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम राशि 1.5 लाख रुपये है. यह पैसा एकमुश्त जमा किया जा सकता है. एक महीने या एक वित्तीय वर्ष में जमा की संख्या की कोई सीमा नहीं है. इस योजना में 8.2 फीसदी तक ब्याज मिलता है.
कितनी तरह की होती है स्मॉल सेविंग स्कीम?
आम तौर पर छोटी बचत योजनाओं को तीन भागों में बांटा जाता है. इनमें पोस्टल डिपोजिट, बचत प्रमाणपत्र और सामाजिक सुरक्षा योजनाए शामिल हैं. पोस्टल डिपोजिट में बचत खाता, आवर्ती जमा, सावधि जमा और मासिक आय योजना शामिल हैं.
वहीं बचत प्रमाणपत्र के अंतर्गत राष्ट्रीय लघु बचत प्रमाणपत्र (NSC) और किसान विकास पत्र (KVP) आती हैं, जबकि सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में सुकन्या समृद्धि योजना, सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना शामिल हैं.
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