नई दिल्ली: जासूसी के शक में गिरफ्तार वरिष्ठ पत्रकार राजीव शर्मा रक्षा से संबंधित दस्तावेज चीन को पहुंचा रहा था. इसके बदले में उसे मोटी रकम भी मिल रही थी. स्पेशल सेल ने छानबीन करते हुए एक चीनी नागरिक एवं एक नेपाली नागरिक को भी गिरफ्तार किया है. पूरी साजिश को लेकर तीनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. इस मामले में स्पेशल सेल ने ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की है.
स्पेशल सेल सूत्रों के मुताबिक उन्हें ये सूचना मिली थी कि एक वरिष्ठ पत्रकार के पास कुछ संदिग्ध दस्तावेज हैं. वो इन्हें चीन को पहुंचा रहा था. इसे लेकर स्पेशल सेल की टीम लगातार छानबीन कर रही थी. इस दौरान उन्हें कुछ अहम जानकारियां मिली. जिसके आधार पर स्वतंत्र पत्रकार राजीव शर्मा को गिरफ्तार किया गया.
तलाशी में उसके पास से रक्षा संबंधित कुछ दस्तावेज बरामद हुए हैं. जिसके बाद उसके खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस का कहना है कि प्राथमिक जांच में ये दस्तावेज काफी महत्वपूर्ण लग रहे हैं. जिसे लेकर रक्षा मंत्रालय से जानकारी जुटाई जा रही है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि राजीव शर्मा को गिरफ्तार करने के बाद अदालत के समक्ष पेश किया गया. जहां से उसे 6 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. पूछताछ के दौरान राजीव की निशानदेही पर चीन की एक महिला और नेपाल के एक युवक को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है.
ये दोनो फर्जी कंपनी के जरिए पत्रकार को रुपये मुहैया करवा रहे थे. इसके बदले में उससे भारत की खुफिया जानकारी हासिल कर रहे थे. पुलिस ने इनके पास से मोबाइल फोन, लैपटॉप भी जब्त किया है. फिलहाल स्पेशल सेल की टीम जनकपुरी स्थित अपने दफ्तर में राजीव शर्मा सहित तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है.