ETV Bharat / state

दिल्ली इलेक्शन 2020: पहले से कमजोर कांग्रेस के लिये ये वजह बनी सिरदर्द ?

दिल्ली कांग्रेस को छोड़ने में सीनियर लीडरों की बात की जाए तो इसकी शुरुआत प्रह्लाद सिंह साहनी ने की. इसके बाद हाल ही में शोएब इकबाल, जगदीश यादव ने पार्टी को अलविदा कह कर आम आदमी पार्टी जॉइन की है. बताया जा रहा है कि यह सिलसिला लगातार अभी और जारी रह सकता है.

delhi congress leaders left party and joins bjp and aap
Delhi Election: पहले से कमजोर कांग्रेस के लिये ये वजह बनी सिरदर्द ?
author img

By

Published : Jan 13, 2020, 1:04 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव करीब हैं और ऐसे में दल बदलने का सिलसिला लगातार जारी है. कांग्रेस के कई कद्दावर और सीनियर नेता हाल ही में अन्य पार्टियों को ज्वॉइन कर रहे हैं, इससे विधानसभा चुनाव को देखते हुए दिल्ली में कांग्रेस लगातार और कमजोर होती दिख रही है.

कांग्रेस से नेताओं के जाने का सिलसिला जारी है

कांग्रेस छोड़ अन्य पार्टियों में गए यह नेता
आपको बता दें कि दिल्ली कांग्रेस को छोड़ने में सीनियर लीडरों की बात की जाए तो इसकी शुरुआत प्रह्लाद सिंह साहनी ने की. इसके बाद हाल ही में शोएब इकबाल, जगदीश यादव ने पार्टी को अलविदा कह कर आम आदमी पार्टी जॉइन की है. बताया जा रहा है कि यह सिलसिला लगातार अभी और जारी रह सकता है. 'आप' पार्टी कांग्रेस के उन नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करने में जुटी है, जो विधानसभा में जमीन पर बेहतर काम कर सकते हैं.

कांग्रेस की जमीन और हो रही खोखली
आपको बता दें कि कांग्रेस के सीनियर और छोटे नेता अब लगातार पार्टी छोड़ कर जा रहे हैं. इसके पीछे का कारण उन्हें पार्टी में महत्ता न मिलना है. प्रह्लाद सिंह साहनी ने यह बात खुलकर कही थी. ऐसे मे अब अन्य नेताओं के पार्टी छोड़ने से कहीं न कहीं कांग्रेस की पकड़ दिल्ली में अब और कमजोर हो रही है.

इसलिए यह कहा जा सकता है कि कांग्रेस की जमीन अब पहले से ज्यादा खोखली हो रही है. फिलहाल आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कमेटी बड़े-बड़े दावे कर रही है लेकिन पार्टी के कद्दावर नेताओं का अन्य पार्टी में शामिल होना कांग्रेस के लिये मुसीबत बनता जा रहा हैं.

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव करीब हैं और ऐसे में दल बदलने का सिलसिला लगातार जारी है. कांग्रेस के कई कद्दावर और सीनियर नेता हाल ही में अन्य पार्टियों को ज्वॉइन कर रहे हैं, इससे विधानसभा चुनाव को देखते हुए दिल्ली में कांग्रेस लगातार और कमजोर होती दिख रही है.

कांग्रेस से नेताओं के जाने का सिलसिला जारी है

कांग्रेस छोड़ अन्य पार्टियों में गए यह नेता
आपको बता दें कि दिल्ली कांग्रेस को छोड़ने में सीनियर लीडरों की बात की जाए तो इसकी शुरुआत प्रह्लाद सिंह साहनी ने की. इसके बाद हाल ही में शोएब इकबाल, जगदीश यादव ने पार्टी को अलविदा कह कर आम आदमी पार्टी जॉइन की है. बताया जा रहा है कि यह सिलसिला लगातार अभी और जारी रह सकता है. 'आप' पार्टी कांग्रेस के उन नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करने में जुटी है, जो विधानसभा में जमीन पर बेहतर काम कर सकते हैं.

कांग्रेस की जमीन और हो रही खोखली
आपको बता दें कि कांग्रेस के सीनियर और छोटे नेता अब लगातार पार्टी छोड़ कर जा रहे हैं. इसके पीछे का कारण उन्हें पार्टी में महत्ता न मिलना है. प्रह्लाद सिंह साहनी ने यह बात खुलकर कही थी. ऐसे मे अब अन्य नेताओं के पार्टी छोड़ने से कहीं न कहीं कांग्रेस की पकड़ दिल्ली में अब और कमजोर हो रही है.

इसलिए यह कहा जा सकता है कि कांग्रेस की जमीन अब पहले से ज्यादा खोखली हो रही है. फिलहाल आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कमेटी बड़े-बड़े दावे कर रही है लेकिन पार्टी के कद्दावर नेताओं का अन्य पार्टी में शामिल होना कांग्रेस के लिये मुसीबत बनता जा रहा हैं.

Intro:पहले से कमजोर कांग्रेस का साथ छोड़ने से टूट रही पार्टी की कमर


नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव करीब है और ऐसे में दल बदलने का सिलसिला लगातार जारी है. कांग्रेस के कई कद्दावर और सीनियर नेता हाल ही में अन्य पार्टियों को ज्वाइन कर रहे हैं, इससे पहले से कमजोर कांग्रेसी कमर और टूट रही है. आगामी विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिल सकता है.


Body:कांग्रेस छोड़ अन्य पार्टियों में गए यह नेता
आपको बता दें कि दिल्ली कांग्रेस कमेटी के छोड़ने में सीनियर लीडरों की बात की जाए तो इसकी शुरुआत प्रह्लाद सिंह साहनी ने की.इसके बाद हाल ही में शोएब इकबाल, जगदीश यादव ने पार्टी को अलविदा कहकर आम आदमी पार्टी जॉइन की है.बताया जा रहा है कि यह सिलसिला लगातार अभी और जारी फह सकता है. 'आप' पार्टी कांग्रेस के उन नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल करने में जुटी है, जो विधानसभा में जमीन पर बेहतर काम कर सकते हैं.

कांग्रेस की जमीन और हो रही खोखली
आपको बता दें कि कांग्रेस के सीनियर और छोटे नेता अब लगातार पार्टी छोड़ कर जा रहे हैं. इसके पीछे का कारण उन्हें पार्टी में महत्ता न मिलना है.प्रह्लाद सिंह साहनी ने यह बात खुलकर कही थी.ऐसे अब अन्य नेताओं के पार्टी छोड़ने से कहीं न कहीं कांग्रेस की कमजोर होती दिल्ली के पकड़ अब और कमजोर हो रही है.इसलिए यह कहा जा सकता है कि कांग्रेस की जमीन पहले अब ज्यादा खोखली हो रही है.


Conclusion:फिलहाल आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कमेटी की दावे कर रही है लेकिन पार्टी के कद्दावर नेताओं का अन्य पार्टी में शामिल होने के बाद पार्टी कैसे अपने को साबित कर पाती है.

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.