नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर एक बार फिर राजनीति तेज हो गई है. वहीं दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपने साम्राज्य विस्तार की चिंता छोड़ फिलहाल दिल्लीवालों को कोरोना से बचाने के उपाय करने चाहिए.
'कोरोना टेस्टिंग दोगुनी करने की घोषणा भी कोरी'
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि 26 अगस्त को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आपात बैठक बुलाकर बड़े जोर-शोर से ऐलान किया था कि 27 अगस्त से दिल्ली में कोरोना टेस्टिंग दोगुनी कर दी जाएगी. लेकिन यह घोषणा भी कोरी साबित हुई है.
'दिल्ली सरकार का कोरोना मॉडल फेल'
कोरोना के मामले कम होने के संबंध में दिल्ली सरकार के मॉडल का पूरे देशभर में प्रचार कर रहे हैं. लेकिन नतीजा क्या है, यह हम सब देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि केजरीवाल पहले की तरह सिर्फ हवाबाजी कर रहे हैं. कोरोना के शुरुआती दौर में भी केजरीवाल सरकार ने कहा था कि अप्रैल के अंत तक कोरोना मरीजों के लिए 30 हजार बेड की व्यवस्था की जाएगी, लेकिन कुछ हुआ नहीं. दिल्ली में ऐसे हालात पैदा हो गए कि एक दिन में कोरोना से मौत का आंकड़ा 100 तक पहुंच गया.
'बाहरी लोग जिम्मेदार नहीं'
आदेश गुप्ता ने कहा कोरोना के मामले बढ़ने के बाद सुविधा प्रदान करने की जगह दूसरी राजनीति केजरीवाल सरकार ने इस बात पर शुरू कर दी है कि दिल्ली में दिल्ली से बाहर वालों का इलाज चल रहा है. इसीलिए मरीजों का आंकड़ा बढ़ रहा है. जबकि हकीकत है कि पिछले 5 दिनों में कंटेनमेंट जोन की संख्या 200 तक बढ़ गई है. तो क्या बाहरी लोगों के इलाज से दिल्ली में कंटेनमेंट जोन बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता भी जानती है कि कंटेनमेंट जोन स्थानीय मरीजों की संख्या के आधार पर तय किए जाते हैं. बाहरी लोगों के इलाज का मुद्दा बनाकर केजरीवाल सरकार अपनी नाकामी छिपाने की कोशिश कर रही है.
बता दें कि दिल्ली में मंगलवार को कोरोना के 2312 मामले सामने आए. वहीं 24 घंटे में 18 मरीजों की मौत हो चुकी है. दिल्ली में कोरोना ने बीते 58 दिनों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है और संक्रमण दर में जिस तरह का इजाफा हुआ है इसे फिर दिल्ली के लोग दहशत में हैं.