नई दिल्ली: आधा दर्जन से ज्यादा हत्याओं को अंजाम दे चुके एक कुख्यात बदमाश को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान राजेंद्र उर्फ हरेंद्र के रूप में की गई है. उसे न्यू अशोक नगर थाने में दर्ज एक मामले में अदालत ने भगोड़ा घोषित कर रखा था. उसके पास से एक पिस्तौल और चार जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. उसकी गिरफ्तारी की जानकारी यूपी पुलिस को भी दे दी गई है.
डीसीपी राकेश पवारिया के मुताबिक क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि कुख्यात बदमाश राजेंद्र उर्फ हरेंद्र सुंदर नगरी सर्विस रोड के पास आएगा. वो हत्या सहित कई जघन्य अपराध में लिप्त रहा है. यहां अगर छापा मारा जाए तो उसे पकड़ा जा सकता है.
इस जानकारी पर रात के समय क्राइम ब्रांच की टीम ने छापा मारकर राजेंद्र उर्फ हरेंद्र को पकड़ लिया. तलाशी में उसके पास से एक कट्टा और चार जिंदा कारतूस बरामद हुए. इसे लेकर आर्म्स एक्ट का मामला उसके खिलाफ दर्ज किया गया है.
23 आपराधिक वारदातों में रहा है शामिल
जांच में पुलिस को पता चला कि साल 2015 में दर्ज चोरी के एक मामले में वह फरार चल रहा था. अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर रखा था. पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी से तीन वारदातों को सुलझाने का दावा किया है.
लोनी में हुई हाजी सलीम की पत्नी की हत्या के मामले में भी उसकी तलाश थी. साल 2019 में यूपी पुलिस ने मुठभेड़ के बाद उसे गिरफ्तार किया था. उस समय उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का ईनाम घोषित था. उसके खिलाफ हत्या, हत्या प्रयास, लूट, जबरन उगाही और गैंगस्टर एक्ट के 23 मामले दर्ज हैं.
हत्या की कई वारदातों को दिया अंजाम
गिरफ्तार किया गया राजेंद्र दसवीं कक्षा तक पढ़ा है. महज 18 साल की उम्र में ही वो जग्गू पहलवान के गैंग में शामिल हो गया था. 2012 में जग्गू पहलवान की हत्या हो गई. इसका बदला लेने के लिए उसने कई हत्याओं को अंजाम दिया.
साल 2012 में उसने लोनी में राशिद खान की हत्या की. साल 2013 में उसने लोनी में ओमी पहलवान की हत्या की. 2014 में उसने लोनी में निगम पार्षद शौकीन मलिक की हत्या कर दी. इसके अलावा दनकौर में मनमोहन गोयल नामक शख्स की हत्या का भी उस पर आरोप है. साल 2015 में उसने यूपी में यतेंद्र की हत्या कर दी. 2016 में गौतमबुद्ध नगर के बदलापुर इलाके में उसने पूनम श्रीवास्तव की हत्या कर दी.