नई दिल्ली: बीमा पॉलिसी के नाम पर एक सेवानिवृत्त कर्नल के साथ 3 करोड़ से अधिक की ठगी के मामले में 5 साल से फरार चल रहे एक भगोड़े अपराधी को दिल्ली क्राइम ब्रांच की इंटर स्टेट सेल की टीम ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी के ऊपर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था. आरोपी की पहचान अमित ठाकुर उर्फ मोनू निवासी विजय विहार सेक्टर 4 रोहिणी दिल्ली के तौर पर हुई है. आरोपी के खिलाफ ईओडब्ल्यू में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था. आरोपी अपनी गिरफ्तारी से बच रहा था.
क्राइम ब्रांच विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि एक शिकायतकर्ता भारतीय सेना के सेवानिवृत्त कर्नल रघुजीत सिंह ने आरोपी अमित ठाकुर और उसके अन्य सहयोगियों के खिलाफ एक शिकायत EOW में दर्ज कराई. जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपियों ने विभिन्न बीमा पॉलिसी में निवेश के बहाने उनके साथ 3 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी की है. आरोपियों ने पहले शिकायतकर्ता को विभिन्न बीमा पॉलिसियों में निवेश करने का लालच दिया और उसके बाद बीमा पॉलिसियों के प्रीमियम के रूप में शिकायतकर्ता से उनके बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करनाए. लेकिन किसी भी पॉलिसी के खिलाफ कभी कोई भुगतान जमा नहीं किया गया.
जिसके बाद आरोपी को साल 2018 में अदालत द्वारा भगोड़ा घोषित कर दिया गया. टीम ने फरार आरोपी के बारे में सूचना विकसित की. आरोपी के बारे में जानकारी जुटाई. छानबीन और जांच के दौरान टीम को आरोपी के बारे में एक गुप्त सूचना प्राप्त हुई. डीसीपी क्राइम ब्रांच अमित गोयल, एसीपी रमेश चंदर, इंटर स्टेट सेल इंस्पेक्टर मनमीत मलिक की देखरेख में टीम का गठन किया. जिसमें इंस्पेक्टर एएसआई कृष्णपाल हेड कांस्टेबल मोहित सचिन और कॉन्स्टेबल योगेंद्र को शामिल किया गया. सूचना के आधार पर टीम ने रोहिणी इलाके में उक्त आरोपियों का पता लगाया और उनके ठिकाने पर छापेमारी की. इसके बाद टीम ने आरोपी अमित ठाकुर उर्फ मोनू निवासी विजय विहार सेक्टर 4 रोहिणी दिल्ली को गिरफ्तार कर लिया.