नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग अधिसूचना कभी भी जारी कर सकता है. राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में व्यस्त हैं. दिल्ली की सत्ता में प्रचंड बहुमत से काबिज आम आदमी पार्टी सरकार दोबारा चुनाव जीतने की रणनीति पर काम कर रही है. पिछले दिनों चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर को आम आदमी पार्टी ने अपने से जोड़ा और उनकी सेवाएं ले रही है.
'7 दिन में भी बन-बिगड़ सकता है माहौल'
मगर प्रशांत किशोर ने दिल्ली चुनाव को लेकर कहा है कि वो अभी कुछ अनुमान नहीं कर पाएंगे. दिल्ली का जो पॉलिटिकल कैरेक्टर है, वो बताता है कि यहां पर चुनाव लड़ने वाली पार्टियों के पक्ष में माहौल 7 दिन के अंदर बन भी सकता है और बिगड़ भी सकता है. यहां पर एक बड़ा वर्ग है जो बिल्कुल चुनाव आने पर ही अपना मन बनाता है.
'एलिमेंट ऑफ अनसर्टेनिटी हमेशा ही बनी रहती'
इस पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से प्रतिक्रिया ली गई. उन्होंने भी इस चीज को स्वीकार किया और कहा कि ये तो सब लोग जानते हैं कि चुनाव में कभी भी किसी चीज को लेकर ओवर कॉन्फिडेंस नहीं होना चाहिए. चुनाव ऐसी चीज है कि 24 घंटे के अंदर स्थितियां पलट जाती है. कुछ भी घटनाएं घट सकती हैं. एलिमेंट ऑफ अनसर्टेनिटी हमेशा ही बनी रहती है.
मैदान में उतर चुकी है AAP
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव मैदान में उतरी आम आदमी पार्टी के प्रत्येक नेता चुनाव प्रचार में जुट गए हैं. पार्टी के संयोजक होने के नाते अहम जिम्मेदारी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ऊपर है. तो अन्य नेता भी सरकारी योजनाओं को पूरा करने में जी जान से लगे हुए हैं. वे अपने लिए वोट भी जनता से मांग रहे हैं.
इस बीच जिस तरह आम आदमी पार्टी के चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने टिप्पणी की है और उस पर सीएम के बयान से राजनीतिक गलियारे में चर्चा शुरू हो गई है. दिल्ली में फरवरी के पहले सप्ताह में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि इसके लिए इस सप्ताह चुनाव आयोग अधिसूचना भी जारी कर सकता है.