नई दिल्ली: 26 फरवरी को दिल्ली सरकार विधानसभा में अपना आखिरी बजट पेश करने वाली है. 22 फरवरी से शुरू हुआ 'बजट सत्र' 28 फरवरी तक चलेगा. इस बजट सत्र में दिल्ली की हर वर्ग को आम आदमी पार्टी सरकार से बहुत सी उम्मीदें हैं. इसी क्रम में दिल्ली की साफ सफाई का जिम्मा उठाए सफाई कर्मचारी अपनी तनख्वाह की समस्या का समाधान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से करने को कह रहे हैं.
दिल्ली के सफाई कर्मचारियों का कहना है कि वह इस बजट में अपने लिए उम्मीदें लगाए बैठे हैं. चूंकि दिल्ली के मुख्यमंत्री भी झाड़ू वाले हैं और सफाई कर्मचारीभी झाड़ूवाले, ऐसे में सरकार का कर्तव्य बनता है कि इस बजट में सफाई कर्मचारियों की सभी समस्याओं का समाधान किया जाए. इसमें मुख्य समस्या समय से तनख्वाह नहीं मिलने की ही है.
समय पर नहीं मिलती तनख्वाह
दक्षिण दिल्ली नगर निगम के दक्षिणी जोन के सफाई कर्मचारी अशोक कुमार कहते हैं कि सालभर तनख्वाह समय से नहीं मिलने से कर्मचारियों को हड़ताल करनी पड़ती है. निगम के पास पैसे की कमी है. ऐसे में दिल्ली सरकार सफाई कर्मचारियों की तनख्वाह के लिए अगर कोई खास पैकेज का ऐलान कर दे तो बहुत अच्छा हो जाएगा.
आखिरी बजट में सफाई कर्मचारियों का रखा जाए ध्यान
रमेश कहते हैं कि 14 हजार की तनख्वाह पर एक-एक कर्मचारी 4-4 लोगों का काम कर रहा है. निगम के पास नई भर्ती के लिए पैसे नहीं है और इसकी जिम्मेदार दिल्ली सरकार ही है. राममनोहर कहते हैं कि दिल्ली की अनाधिकृत कॉलोनियों का विकास करने का काम दिल्ली सरकार ने अपने जिम्मे ले रखा है लेकिन सफाई कर्मचारी जिन कॉलोनियों में रहते हैं उनका विकास आज तक नहीं हो पाया है. वह कहते हैं कि आखरी बजट होने के नाते वो उम्मीद करते हैं कि इस बार कम-से-कम सफाई दिल्ली के सफाई कर्मचारियों का ध्यान रखा जाएगा. सफाई कर्मचारियों का साफ तौर पर कहना है कि दिल्ली के बजट से उन्हें सिर्फ इतनी सी उम्मीद है कि निगम के कर्मचारियों के लिए भी दिल्ली सरकार बजट में कोई विशेष प्रावधान करेगी. इन्होंने कहा कि वो दिल्ली की साफ-सफाई का ख्याल रखते हैं और उनका ख्याल रखना भी सरकार की जिम्मेदारी है.