नई दिल्ली: दिल्ली आबकारी घोटाले में डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को रविवार को सीबीआई के सामने पेश होना था. उन्हें सुबह 10:30 बजे दफ्तर पहुंचकर सीबीआई सवालों के जवाब देने थे. लेकिन मनीष सिसोदिया द्वारा इसके लिए असमर्थता जताए जाने के बाद अब सीबीआई इस मामले में दूसरी तारीख निर्धारित करेगी. इससे पहले उन्होंने रविवार सुबह 9 बजे कहा कि, मैंने अब तक सीबीआई की जांच में सहयोग किया है और आगे भी करता रहूंगा. मैं फरवरी माह के अंत तक जब-जब सीबीआई जांच के लिए कहेगी, मैं सहयोग देने के लिए तैयार रहूंगा. लेकिन वित्त मंत्री होने के नाते बजट तैयार करना बहुत जरूरी है, इसलिए मैंने सीबीआई से जांच की तारीख बदलने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा है कि 28 फरवरी के बाद में जांच के लिए जो तारीख दी जाएगी, उममें मैं सहयोग करूंगा. मैंने हमेशा इन एजेंसियों का सहयोग किया है, और आगे भी करता रहूंगा.
जानकारी के लिए बताते चलें कि आबकारी घोटाले में मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने आरोपी नंबर 1 बनाया है और उनके खिलाफ 17 अगस्त को मुकदमा भी दर्ज किया गया था. वहीं सीबीआई दफ्तर के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है. इससे पहले शनिवार को डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा था कि सीबीआई ने आबकारी घोटाले मामले में रविवार को मुझे फिर बुलाया है. हमेशा की तरह मैं एक बार फिर जांच में सहयोग करूंगा. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि मेरे पीछे सीबीआई और ईडी के माध्यम से पूरी ताकत लगाई गई है. घर पर रेड, बैंक लॉकर की तलाशी, लेकिन कहीं मेरे खिलाफ कुछ नहीं मिला. मेरे खिलाफ साजिश इसलिए की जा रही है क्योंकि मैंने दिल्ली के बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा का इंतजाम किया है और ये उसे रोकना चाहते हैं.
यह भी पढ़ें-सिसोदिया का आरोप- केजरीवाल सरकार के कामों को रोकने के लिए हर 6 महीने में PWD सचिव बदल रहे एलजी
आबकारी घोटाला मामले में मनीष सिसोदिया, सीबीआई और ईडी के रडार पर हैं. सीबीआई ने 17 अगस्त 2022 को उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए उन्हें इस घोटाले में आरोपी बनाया था. सीबीआई ने सिसोदिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और 19 अगस्त को, सीबीआई उनके आवास पर सबूत खंगालने के लिए पहुंची थी. इसके बाद लगातार सीबीआई ने रेड की, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला, जिससे यह साबित हो पाए कि सिसोदिया का हाथ इस मामले में शामिल है. हालांकि सिसोदिया के ऊपर आरोप यह है कि जब आबकारी विभाग ने शराब की दुकानों का लाइसेंस जारी किया तो सिसोदिया ने 144 करोड़ 36 लाख रुपए का फायदा प्राइवेट वेंडर्स को पहुंचाया. आबकारी घोटाला मामले में ईडी ने मनीष के करीबी समीर महेंद्रू को भी गिरफ्तार किया था. इसके साथ ही 14 लोगों पर एफआईआर भी दर्ज की गई थी.
यह भी पढ़ें-MCD Mayor Election 2023: 22 फरवरी को होगा दिल्ली में मेयर का चुनाव, LG ने सीएम के प्रस्ताव को दी मंजूरी