नई दिल्ली: अभी तक दूसरों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाली केजरीवाल सरकार अब खुद इसी आरोप में घिरती नजर आ रही है. दिल्ली प्रदेश भाजपा ने केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार ने सस्ती चीजों को कई गुणा महंगी कीमत पर खरीदकर कोरोना आपदा को भ्रष्टाचार के अवसर में बदल दिया.
दिल्ली प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने ट्वीट कर आप सरकार पर जोरदार हमला किया है. कपूर ने भाजपा के ही शैलभ मणि त्रिपाठी के उस ट्वीट को रीट्वीट किया है, जिसमें त्रिपाठी ने एक डॉक्यूमेंट का हिस्सा जोड़ा है.
इस डॉक्यूमेंट के अनुसार दिल्ली सरकार के दो विभागों स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और वन विभाग ने जून से लेकर अगस्त तक 13 पल्स ऑक्सीमीटर की खरीद की. खास बात ये है कि इस ऑक्सीमीटर को वन विभाग ने तीन हजार में खरीदा तो स्वास्थ्य विभाग ने 66,320 रुपए के दर से दो और 29680 रुपए कीमत पर 10 खरीदे हैं.
अन्य उपकरणों की कीमत में भी है अंतर
इस डॉक्यूमेंट के अनुसार दिल्ली सरकार द्वारा कोरोना काल में खरीदे गए अन्य उपकरणों की कीमत में भी अंतर पाया गया है. दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग और उच्च शिक्षा विभाग ने बॉडी टेंप्रेचर मापने के लिए जून से लेकर अगस्त तक 4 इन्फ्रारेड थर्मामीटर खरीदे. इसमें जून, जुलाई और अगस्त में खरीदे गए थर्मामीटर की कीमत में भी अंतर है. जून में इसे जहां 8250 रुपए में खरीदा गया, तो वहीं अगस्त में 9000 रुपए में.
भाजपा ने इस पर केजरीवाल सरकार से पूछा है कि मूल्य से 63,320 रुपए का जो भुगतान किया गया, वो किसकी जेब में गया? फिलहाल इस पर सरकार का पक्ष नहीं मिल पाया है.