नई दिल्ली: राजधानी के सरकारी स्कूलों में कार्यरत गेस्ट टीचरों (Delhi School Guest Teachers) को ग्रीष्मकालीन अवकाश खत्म होने के बाद जॉइनिंग मिल गई. इसको लेकर शिक्षकों में खुशी का माहौल है लेकिन यह खुशी कुछ शिक्षकों के लिए थोड़े पल के लिए ही साबित हो सकती है. दरअसल स्कूलों में शिक्षकों की प्रमोशन की लिस्ट तैयार हो रही है. इसके बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि हजारों की संख्या में गेस्ट टीचरों की विदाई हो जाएगी जिसको लेकर गेस्ट टीचरों में हलचल देखने को मिल रही है.
प्रमोशन का नहीं है विरोध, बस समय पर मिले जॉइनिंग
ऑल इंडिया गेस्ट टीचर एसोसिएशन (All India Guest Teacher Association) के अध्यक्ष अरुण डेढ़ा ने कहा कि प्रमोशन की प्रक्रिया का गेस्ट टीचर विरोध नहीं करते हैं बल्कि दिल्ली सरकार (Delhi Gov) से यह मांग करते हुए कहा कि जिस भी स्कूल में सीट खाली हो जाए, गेस्ट टीचरों को उस स्कूल में जॉइनिंग दे दिया जाए. जिससे गेस्ट टीचरों को जॉइनिंग के लिए दर-दर भटकना पड़े. साथ ही उन्होंने सरकारी गेस्ट टीचरों के लिए 60 की पॉलिसी (Guest Teachers Policy) की भी मांग की है.
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गेस्ट टीचरों के लिए 60 साल की पॉलिसी की मांग
वहीं गेस्ट टीचर वजीर सिंह ने कहा कि 10 जून को ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद जब स्कूल खुले गेस्ट टीचरों की जॉइनिंग हो गई. लेकिन उसी दिन 268 स्पेशल एजुकेशन टीचर की प्रमोशन लिस्ट जारी कर दी गई.
उन्होंने कहा कि आने वाले सप्ताह के अंदर इस तरह से और भी प्रमोशन लिस्ट आएगी. साथ ही कहा कि 5 से 10 साल तक का लगभग कई शिक्षकों ने अपना सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने में दे दिया. हर पल सभी गेस्ट टीचरों को अपनी नौकरी का डर सताते रहता है कि प्रमोशन होकर कोई शिक्षक आएगा और वह बाहर हो जाएंगे.
वहीं गेस्ट टीचर वजीर सिंह ने कहा कि दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया यह कहते हैं कि शिक्षा की क्रांति में गेस्ट टीचरों का भी बड़ा योगदान है पर सवाल यह उठता है जब शिक्षा की क्रांति में गेस्ट टीचरों का बड़ा योगदान है तो रिलीव क्यों किया जा रहा है. इस दौरान उन्होंने सरकार से हरियाणा की तर्ज पर गेस्ट टीचरों के लिए 60 साल की पॉलिसी लागू करने की भी मांग जिससे कि गेस्ट टीचरों को हर पल नौकरी से बाहर निकाले जाने का खतरा ना रहे.
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प्रमोशन से स्कूलों में हलचल रहेगी
वहीं संत राम, सेक्रेटरी, डिस्ट्रिक्ट, वेस्ट ए, राजकीय स्कूल शिक्षक संघ ने कहा कि जल्द ही प्रमोशन की सूची आने वाली है. जिसकी वजह से बड़ी संख्या में गेस्ट टीचरों की विदाई होनी तय है. इसको लेकर स्कूलों में हलचल बनी रहेगी. उन्होंने कहा कि यह नियम है कि अगर कोई परमानेंट शिक्षक आएगा तो गेस्ट टीचरों को जाना होगा.
जल्द आने वाली है प्रमोशन की लिस्ट
बता दें कि सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की प्रमोशन लिस्ट जल्द आने का अनुमान लगाया जा रहा है जिसके बाद करीब दो से तीन हज़ार गेस्ट टीचर की विदाई हो जाएगी. मालूम हो कि एमसीडी और प्राइमरी के टीचर बतौर टीजीटी टीचर और टीजीटी से पीजीटी टीचर ज्वाइन करेंगे. तो पहले से कार्यरत गेस्ट टीचरों को नियम अनुसार जाना होगा.
गेस्ट टीचर पहले भी कर चुके हैं प्रदर्शन
बता दें कि वर्ष 2019 में गेस्ट टीचरों ने 60 साल की पॉलिसी की मांग को लेकर दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया उस समय के दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी और उपराज्यपाल अनिल बैजल आवास पर विरोध प्रदर्शन भी किया था लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हो सका है. मालूम हो कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में करीब 20,000 गेस्ट टीचर कार्यरत हैं.