नई दिल्ली/नोएडा: लोगों को घर मुहैया कराने की लिए बनाया गया नोएडा प्राधिकरण 8 साल में अपना प्रशासनिक भवन नहीं बना पाया है. सेक्टर 96 में बन रहे नोएडा प्राधिकरण के निर्माणाधीन प्रशासनिक भवन में एक बार फिर कई खामियां मिली है. नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने भवन के डिजाइन को लेकर ही सवाल खड़ा किए हैं. अब आईआईटी दिल्ली इसकी खामियों को दूर करेगी. इसके बाद निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा.
नोएडा के सेक्टर 6 स्थित प्राधिकरण की प्रशासनिक भवन को 2015 में सेक्टर 96 में नया भवन बना कर शिफ्ट करने की योजना बनाई गई थी. उस समय इसकी अनुमानित लागत 219 करोड़ थी, लेकिन लगातार देरी के कारण यह बढ़कर ढाई सौ करोड़ हो गई. तत्कालीन सीईओ ने तब इस काम को कर रही कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया था. इसके बाद नई एजेंसी को यह काम सौंपा गया था, जिसे 15 माह में पूरा करना था.
जब नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम इस निर्माणाधीन प्रशासनिक भवन का निरीक्षण करने पहुंचे तो उन्हें स्ट्रक्चरल डेवलपमेंट की कई खामियां नजर आई. इसके निर्माण के दौरान गलत स्थानों पर पिलर बने हुए मिले. सीढ़ियां भी आड़ी तिरछी बनाई गई है. लोहे के स्ट्रक्चर आदि भी सही नहीं मिले. इससे पहले सलाहकार एजेंसी की रिपोर्ट में भी इस परियोजना पर सवाल उठाए गए थे. निर्माण सैंपल फेल हुए थे और गुणवत्ता केवल 50 प्रतिशत थी. ऐसी हालत को देखकर सीईओ ने गहरी नाराजगी जताई.
सीईओ लोकेश एम ने कहा कि भवन की फिनिशिंग पिलर की स्थिति डिजाइन नियम के तहत सही नहीं है. इन सभी में सुधार की आवश्यकता है. कुछ बिंदुओं पर पूरी तरह बदलाव की जरूरत भी महसूस की गई. सीईओ ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे आईआईटी दिल्ली से इंस्पेक्शन कराकर स्ट्रक्चरल स्टेबिलिटी उसके बाद दोबारा भवन का निर्माण शुरू करें.
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