नई दिल्ली: दिल्ली के मिनी कनॉट प्लेस के नाम से मशहूर कृष्णा नगर मार्केट को वाकिंग स्ट्रीट में तब्दील कर दिया गया है. कृष्णा नगर की लाल क्वार्टर मार्केट में वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया है. दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के तीन मार्केट कृष्णा नगर, लाजपत नगर और कमला नगर को ट्रैफिक फ्री करने का आदेश दिया था.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बनाई योजना
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने कृष्णा नगर मार्केट को ट्रैफिक फ्री करने की योजना बनाई. योजना को लागू करने से पहले एक हफ्ते का ट्रायल किया गया. ट्रायल सफल होने के बाद 6 जनवरी से कृष्णा नगर लाल क्वार्टर मार्केट को ट्रैफिक फ्री कर दिया गया है.
सुबह 11 से रात 8 बजे तक लागू होगा नियम
पूर्वी दिल्ली नगर निगम में स्थाई समिति के अध्यक्ष व कृष्णा नगर के निगम पार्षद संदीप कपूर में बताया कि कृष्णा नगर की करीब 1.25 किलोमीटर की मार्केट को चारों तरफ बेरिगेट कर वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दिया गया है. सुबह 11 से रात 8 बजे तक मार्केट में सिर्फ पैदल आने-जाने की इजाजत है .
'नई ट्रैफिक व्यवस्था से लोगों को मिला आराम'
संदीप कपूर ने कहा कि कृष्णा नगर मार्केट में अव्यवस्था बनी रहती थी. खरीदारी करने के लिए कृष्णा नगर आने वालों को घंटों जाम में जूझना पड़ता था. मार्केट में गाड़ियां पार्क हो जाने से लोगों को खरीदारी करने में दिक्कत होती थी. नई व्यवस्था से लोगों को खरीदारियों में बहुत आराम मिल रहा है. सुंदरता के लिए सड़क पर फूलों के गमले व लोगों के आराम के लिए बेंच भी लगाए गए है .
संदीप कपूर ने कहा कि इलाके के दूसरे बाजारों में भी इसी तरह की की व्यवस्था लागू करने की मांग उठने लगी है जिस पर विचार किया जा रहा है.
पार्किंग की व्यवस्था
संदीप कपूर ने कहा कि कृष्णा नगर मार्केट में खरीदारी के लिए आने वाले लोगों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई है .कृष्णा नगर में बनाया गया मल्टीलेवल पार्किंग शुरू हो गया है. इसके साथ ही कई जगह पार्किंग के लिए चिन्हित किए गए हैं. व्यवस्था बनाए रखने के लिए गार्ड की भी तैनाती की गई है .
'खरीदार नई व्यवस्था से संतुष्ट'
नई ट्रैफिक व्यवस्था लागू होने पर कृष्णा नगर में खरीदारी करने के लिए आने वाले लोगों ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में खुशी जताते हुए कहा कि मार्केट में ट्रैफिक पर रोक लगाए जाने से उन्हें खरीदारी में बहुत आराम मिला है. पहले जाम में फंसे रहते थे, खरीदारों पर बाइक सवार अपराधियों की भी नजर रहती थी. मौका पाकर वह स्नैचिंग की वारदात को अंजाम देकर बड़े आराम से फरार हो जाते थे.