नई दिल्ली/गाजियाबाद: अगर आप भी दिल्ली-एनसीआर में ट्रेनों का सफर करते हैं तो नशे वाली चाय से सावधान रहने की जरूरत है. गाजियाबाद में रेलवे पुलिस ने रशीद खान नाम के एक ऐसे व्यक्ति को पकड़ा है, जो ट्रेनों में लोगों को नशीली चाय पिला देता था और फिर उनसे लूटपाट करता था. अब तक दर्जनों वारदातें आरोपी अंजाम दे चुका है.
जीआरपी के सीओ धर्मेंद्र यादव ने बताया कि हाल में दिल्ली से हापुड़ जा रही ट्रेन में एक घटना हुई थी. जिसमें एक व्यक्ति को चाय पिलाकर बेहोश कर दिया था और उससे कीमती सामान लेकर आरोपी फरार हो गया था. इसके अलावा पीड़ित के साथ मौजूद एक अन्य व्यक्ति ने भी चाय पी थी, जिसे शिकार बनाया गया था. जीआरपी ने मामले में जांच पड़ताल शुरू की और रशीद खान नाम के व्यक्ति को पकड़ा गया. रशीद खान की उम्र 56 वर्ष है और यह बरेली के इज्जत नगर का रहने वाला है.
वह पिछले कई वर्षों से इस तरह की वारदातें ट्रेन में अंजाम देता रहा है. पहले भी उसे ऐसे मामलों में गिरफ्तार किया गया था. वह लोगों को अलग-अलग तरीके से झांसा देकर चाय पिला देता है और फिर उनका सामान लेकर फरार हो जाता है. उससे महंगा मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है, जो उसने इसी तरह से चलती ट्रेन में से चोरी किया था. (robbed by feeding intoxicants in train)
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अनजान व्यक्ति से चाय पीने से सावधान
आमतौर पर ट्रेनों में कई वेंडर चाय बेचते हैं और वह प्रॉपर यूनिफॉर्म में होते हैं. रेलवे की तरफ से दिया गया आईडेंटिटी कार्ड भी उनके पास होता है. जाहिर है ट्रेनों में किसी भी तरह के खाने पीने की वस्तु लेते वक्त थोड़ी सी सावधानी की जरूरत है. किसी भी अनजान और संदिग्ध व्यक्ति से खाने-पीने का सामान नहीं लेना चाहिए. खासकर चाय में इस तरह से नशीला पदार्थ मिलाकर लूटने जैसा मामला पहले भी ट्रेनों में सामने आता रहा है.
रशीद खान जैसे आरोपी इसी बात का फायदा उठाते हैं कि लोग बिना जान पहचान के भी लोगों से कोई खाने-पीने का सामान ले लेते हैं और उसका सेवन कर लेते हैं. इस तरह की वारदात अंजाम देने वाले गैंग को जहर खुरानी गैंग कहा जाता है. लेकिन रशीद खान गैंग में नहीं बल्कि अकेले ही वारदात अंजाम देता था, जिससे उसका पकड़ा जाना आसान नहीं था. पता चला है कि यह चाय में नशीला पदार्थ मिलाने के लिए अल्प्राजोलम नाम की नशीली गोलियों का इस्तेमाल करता था. पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि इसे अल्प्राजोलम कहां से मिलता था.
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