नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की साइबर टीम ने क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर ठगी करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से इस गैंग में शामिल तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. यह गैंग फर्जी दस्तावेज के आधार पर बैंक अकाउंट खुलवा कर उसे विदेशी नागरिकों को बेचा करता था. गिरफ्तार आरोपी की पहचान 22 वर्षीय पुष्कर जाट, 21 वर्षीय विशाल टांक और 21 वर्षीय नितेश के तौर पर हुई है.
पूर्वी दिल्ली जिला की डीसीपी अमृथा गुगुलोथ ने बताया कि मयूर विहार फेस वन में रहने वाली एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने के बहाने उसके साथ 7 लाख 80 हजार की धोखाधड़ी की गई है.
क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर ठगी: महिला ने बताया कि शुरुआत में उन्हें घर से काम करने के संबंध में व्हाट्सएप पर एक संदेश मिला था. उन्हें विभिन्न होटलों के लिए Google पर समीक्षा पोस्ट करने का काम दिया गया. उनका विश्वास हासिल करने के लिए उन्हें कुछ पैसे दिए गए. बाद में उसे अधिक कमाने के लिए टेलीग्राम पर बढ़ाया गया और एपीके एंड्रॉइड एप्लिकेशन के माध्यम से क्रिप्टो मुद्रा में ऑनलाइन पैसा निवेश करने पर जोर दिया गया. शिकायतकर्ता को जब संदेह हुआ, उन्होंने टेलीग्राम पर उसके खाते को ब्लॉक कर दिया.
पुलिस जांच के दौरान यह पाया गया कि धोखाधड़ी के पैसे हरियाणा, नोएडा, महाराष्ट्र और देश के अन्य हिस्सों के 8-10 अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए है. संदिग्ध बैंक खातों के बारे में जानकारी प्राप्त की गई, जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा 2.23 लाख रुपये की राशि ट्रांसफर की थी. यह खाता भीलवाड़ा राजस्थान निवासी जितेंद्र राठौर के नाम पर था, जिसका सिंटेक्स एंटरप्राइजेज के नाम से चालू खाता था. तकनीकी साक्ष्यों और निगरानी के आधार पर अकोला, चित्तौड़गढ़ राजस्थान में छापेमारी की गई और मामले में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
पूछताछ के दौरान यह भी पता चला कि ये लोग चीन, इंडोनेशिया, नेपाल और अन्य देशों के विदेशी नागरिकों को नेट-बैंकिंग और यूपीआई को सक्रिय करने के बाद बैंक खातों को बेच रहे थे. इसके बदले में आरोपियों को बड़ी राशि मिल रही थी. इनके पास से 5 मोबाइल फोन, खाता बुक और डेबिट कार्ड युक्त 3 बैंक खाता किट सहित कई दस्तावेज बरामद हुआ है.
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तीन आरोपियों की हुई पहचान: पुष्कर जाट चित्तौड़गढ़ में अपने परिवार के साथ खेती करने और अपने भाई के साथ ट्रैक्टर स्पेयर पार्ट्स की दुकान चलाता हैं. उन्होंने 10वीं तक पढ़ाई की है. विशाल टैंक चित्तौड़गढ़ कपासन शहर के स्थानीय कॉलेज में बीसीए द्वितीय वर्ष का छात्र है. उसके पिता एक मजदूर हैं. नितेश माली चित्तौड़गढ़ पिछले 5-6 वर्षों से एक ही क्षेत्र में काम करने वाला एक फोटोग्राफर है और 11 वीं पास है. उनके पिता और भाई का दो साल पहले निधन हो गया था. अब घर पर उनकी मां और पत्नी हैं.
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