नई दिल्ली: न्यू दिल्ली म्यूनिसिपल काउंसिल इन दिनों कनॉट प्लेस के इनर सर्कल को नो व्हीकल ज़ोन बनाने की तैयारियों में लगा हुआ है. ये सब बिना व्यापारियों की सहमति के किया जा रहा है. ईटीवी भारत ने कनॉट प्लेस के इनर सर्कल के व्यापारी वर्ग से बातचीत की और इस फैसले पर उनकी राय जानी.
व्यापारियों में नाराजगी
29, 30 जून की शाम को कनॉट प्लेस का इनर सर्कल नो व्हीकल ज़ोन हो जाएगा. सभी व्यापारियों ने एक सुर में इस फैसले का विरोध किया है. व्यापारियों का कहना है कि कनॉट प्लेस मार्केट राजधानी दिल्ली की सबसे सोफिस्टिकेटेड मार्केट में से एक है. यहां हर वर्ग का आम आदमी आता है और शॉपिंग करता है.
व्यापारियों ने कहा कि ज्यादातर लोग अपने परिवार के साथ आते है और कस्टमर सबसे पहले अपना और अपनी फैमिली का कंफर्ट देखता है. अगर गाड़ियां मार्केट में नहीं आएंगी तो ग्राहक दूसरी मार्केट में जाएगा. पहले भी एक बार योग दिवस के दिन इस तरह का कार्यक्रम किया था, उस दिन भी हमारी सेल 80% तक गिर गई थी .
इनर सर्कल के पेट्रोल पंप के मालिक ने कहा कि क्या सरकार ने हमें पेट्रोल पंप इसलिए खोलने की इजाजत दी थी कि इलाके को अब नो व्हीकल जोन बना दे. ऐसा करने से हमारा काफी नुकसान होगा. हम अपने कर्मचारियों को सैलरी कहां से देंगे.
सीपी मार्केट के अध्यक्ष की राय
इस पूरे मुद्दे पर ईटीवी की टीम ने कनॉट प्लेस मार्केट के अध्यक्ष अतुल भार्गव से भी बात की. उन्होंने बताया कि मार्केट के अंदर 15 से 20 फीट चौड़ा रास्ता चलने के लिए है और काफी अच्छा स्पेस है.
पार्किंग की भी कोई कमी नहीं है. 35 हजार से ज्यादा गाड़ियां पार्क हो सकती हैं. उसके बावजूद इस तरह का फैसला लेना व्यापारियों को परेशान करने वाली बात है. वहीं यहां घूमने आए लोगों का भी मिला-जुला रिएक्शन देखने को मिला.