नई दिल्ली: चांदनी चौक के ड्राई फ्रूट व्यापारी पर फायरिंग करके सनसनीखेज लूट के मामले को अंजाम देने वाले शूटर को क्राइम ब्रांच की टीम ने धर दबोचा है. शूटर की पहचान ऋतिक के रूप में हुई है. वह मूलतः हरियाणा का रहने वाला है, लेकिन आजकल दिल्ली के नरेला में किराए के कमरे पर रहता था. इसके पास से पुलिस टीम ने दो पिस्टल और पांच जिंदा कारतूस भी बरामद किया है.
मात्र दसवीं तक की पढ़ाई कर चुका यह शूटर पहले मजदूरी करता था. बाद में आर्थिक तंगी के कारण यह क्रिमिनल एक्टिविटी में शामिल होकर एक गैंग के संपर्क में आकर शूटर बन गया. इस मामले में शूटर एक साथी को पुलिस पहले गिरफ्तार कर चुकी है.
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स्पेशल पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंह यादव ने बताया कि 30 नवंबर की रात ड्राई फ्रूट व्यापारी शॉप बंद करके घर जा रहा था. इस दौरान जब वह पार्क की हुई कार से अपना बैग निकालने लगा, तभी हथियार बंद बदमाश वहां पहुंचे, पहले उस पर चाकू से हमला किया और उसका बैग लूटने की कोशिश करने लगे. इसी दौरान दूसरे हमलावर ने उस पर गोली चला दी और दुकानदार का बैग लूटकर मौके से फरार हो गए.
मामले में रूपनगर थाना में अलग-अलग धाराओं में एफआईआर दर्ज किया गया था. मामले की छानबीन क्राइम ब्रांच को दी गई. एडिशनल सीपी संजय भाटिया की देखरेख में एसीपी विवेक त्यागी, इंस्पेक्टर आलोक कुमार राजन की टीम ने छानबीन शुरू की. आखिरकार 37 दिन की मशक्कत के बाद क्राइम ब्रांच की टीम इस शूटर को दबोचने में सफल रही.
पुलिस को इसने पूछताछ में बताया कि अमन और मोहम्मद सफीक ने उसे लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए दो लाख रुपये का लालच दिया था. फिर सबने मिलकर चांदनी चौक के ड्राई फ्रूट व्यापारी को लूटने की योजना बनाई, जो हर रात काले रंग का बैग लेकर घर जाता था. हथियार का इंतजाम मोहम्मद शफीक ने किया था. उसी ने पूरे रूट की रेकी की था और फिर 30 नवंबर की रात सबने मिलकर वारदात को अंजाम दिया. फायरिंग में ड्राई फ्रूट व्यापारी घायल हो गया और उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया.
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