नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में एक ऐसा फ्लाईओवर है, जो दो जिलों के दो अलग-अलग थानों में पड़ता है. इस कारण यह फ्लाईओवर वारदात करने के लिए झपटमारों के लिए काफी सुविधाजनक है. वारदात के बाद जब तक पुलिस तय कर पाती है कि मामला किस थाने का है तब तक आरोपी आराम से भाग जाते हैं. इस फ्लाईओवर पर चलती ऑटो में भी झपटमारी हो जाती है. पिछले कुछ दिनों में ही यहां कई ऐसे केस आ चुके हैं. इस बारे में पुलिस का पक्ष जानने के लिए दक्षिणी दिल्ली के डीसीपी को कॉल किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया.
केस 1: चंदन शर्मा मदनगीर में रहते हैं और लाजपत नगर स्थित एक बड़े रेस्टोरेंट में काम करते हैं. 15 मई को वह ड्यूटी खत्म करके रात को पैदल ही अपने घर जा रहे थे. तभी मूलचंद फ्लाईओवर पर एक बाइक से आए दो बदमाश उनका मोबाइल झपटकर भागने लगे. चंदन ने पीछे बाइक को पकड़ लिया, जिससे दोनों बदमाश बाइक समेत गिर गए. इस पर दोनों बदमाश उसे चाकू और पिस्टल का डर दिखाकर भाग गए. हालांकि, बदमाशों की बाइक मौके पर ही छूट गई. उनकी शिकायत पर डिफेंस कॉलोनी थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.
केस 2: ईस्ट ऑफ कैलाश निवासी सोनू फूड डिलीवरी कंपनी का काम करते हैं. 27 मई की रात वह लाजपत नगर से फूड डिलीवर कर के लौट रहे थे. डिफेंस कॉलोनी फ्लाईओवर अपर बाइक रोककर खड़े दो बदमाशों ने उन्हें रोका और उनका मोबाइल लूट लिया. आरोपियों ने उनकी पिटाई भी की और जबरदस्ती पेटीएम का पासवर्ड पूछकर पेटीएम वॉलेट में उपलब्ध 700 रुपए ट्रांसफर कर लिए. इसके बाद बदमाश बाइक से भागने लगे तो सोनू ने वापस अपना मोबाइल उनसे छीन लिया और डिवाइडर फांदकर दूसरी साइड भाग गए. उनकी शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.
इसे भी पढ़ें: Delhi Police: बदमाशों को वारदात के बाद आइसक्रीम खाना पड़ा महंगा, Paytm ट्रांसक्शन से पुलिस ने दबोचा
केस 3: गौतम नगर निवासी देवेंद्र साहू प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं. 8 जून को वह किसी से मिलने ऑटो से साउथ एक्स जा रहे थे. इसी बीच बाइक से आए तो झपट बहारों ने उनका मोबाइल झपट लिया और भाग गए. अपने दूसरे मोबाइल से उन्होंने पीसीआर कॉल किया और बाद में एफआईआर दर्ज करवाई. चंदन, सोनू और देवेंद्र जैसे कितने ही लोग अक्सर इस फ्लाईओवर पर झपटमारी का शिकार होते हैं.
इसलिए होती है समस्या: दरअसल, मूलचंद फ्लाईओवर का एक कैरेजवे साउथ दिल्ली जिले के डिफेंस कॉलोनी थाने में आता है और दूसरा कैरेजवे साउथ इस जिले के लाजपत नगर थाने में आता है. वहीं फ्लाईओवर के बगल वाली सड़क साउथ ईस्ट जिले के अमर कॉलोनी थाने में आती है. ऐसे में कोई वारदात होने के बाद पीड़ित व्यक्ति जब पीसीआर कॉल करता है तो पुलिस का क्षेत्राधिकार समझने में कुछ समय लगता है. इस बीच आरोपियों को भागने का वक्त मिल जाता है. बाद में आरोपी भले ही पकड़े जाते हैं, लेकिन वारदात के तुरंत बाद उनको मौके से भागने में काफी सहूलियत होती है.
इसे भी पढ़ें: 2 Accused Arrested: पूर्वी दिल्ली में पुलिस ने चोरी और लूटपाट करने के अलग-अलग मामले में दो आरोपियों को किया गिरफ्तार