जालंधर: सेमीफाइनल में हारने के बाद भारत और जर्मनी ने ओलंपिक हॉकी में कांस्य पदक के लिए मुकाबला किया. इस प्रतियोगिता में भारत ने जर्मनी को 5-4 से हराकर पदक अपने नाम किया.
भारत की जीत का जहां पूरा देश जश्न मना रहा है, वहीं टीम के खिलाड़ियों के घर में खुशी का माहौल है. ऐसा ही माहौल भारतीय टीम के खिलाड़ी वरुण कुमार के घर पर देखने को मिल रहा है.
इस मौके पर वरुण के पिता ब्रह्मानंद ने कहा कि भले ही टीम ने सेमीफाइनल जीता हो, लेकिन कांस्य पदक जीतकर यह दिखाया है कि भारतीय हॉकी टीम दुनिया की दिग्गज टीमों में से एक है.
बता दें कि भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल पर अपना दावा ठोंक दिया है. उन्होंने ओआई स्टेडियम में जर्मन टीम का सामना करते हुए 5-4 से जीत हासिल की.
इससे पहले इस मुकाबले के दूसरे ही मिनट में जर्मन खिलाड़ी तिमुर ने गोल कर जर्मनी को 1-0 से बढ़त दिला दी थी.
पहले क्वार्टर के अंत तक जर्मनी की टीम ने 1-0 की बढ़त बनाकर रखी हुई थी जिसके बाद दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में सिमरनजीत सिंह को मिला एक शानदार पास जो उन्होंने गोल में तब्दील किया. इस गोल के साथ भारत और जर्मनी 1-1 से बराबर हो गए थे.
दूसरे क्वार्टर के 24वें मिनट में जर्मन टीम के बेन्डिक्ट ने गोल कर पहले अपनी टीम को 2-1 से आगे किया जिसके बाद 25वें मिनट पर निक्लस ने एक और गोल कर जर्मन टीम को 3-1 से आगे कर दिया.
इसी क्वार्टर में हार्दिक सिंह ने भारत की ओर से दूरी कम करते हुए एक गोल किया जिसके बाद भारत 3-2 पर पहुंचा.
भारत की बेहतरीन वापसी
भारत और जर्मनी का मैच अब 3-3 से बराबरी पर आ गया है. भारत ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल दिया है. हरमनप्रीत सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर को हाथ से जाने नहीं दिया. दूसरा क्वार्टर अब भारत के नाम है. हॉफ टाइम तक दोनों टीमें 3-3 से बराबरी पर चल रही हैं.
तीसरे क्वार्टर में भारत ने अपनी पकड़ को मजबूत बनाए रखते हुए चौथा गोल दागा. भारत की ओर से रुपेंदरपाल सिंह ने इस गोल को अंजाम दिया. ये गोल 31वें मिनट पर हुआ. इसके बाद 34वें मिनट में सिमरनजीत सिंह ने 5वां गोल दागा और भारत को अच्छी स्थिति में लाकर खड़ा किया.
चौथा क्वार्टर
चौथे क्वार्टर में भारत ने 5-3 के साथ प्रवेश किया जिसके मध्य में जर्मन खिलाड़ी ने लुकस ने एक गोल कर जर्मन टीम को गेम में वापस लाने की कोशिश की. इस गोल के साथ गेम का स्कोर 5-4 से भारत के पक्ष में रहा.