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सिंगापुर ने भारतीय मूल के फुटबॉलर और रेफरी से बैन हटाया

सिंगापुर ने भारतीय मूल के फुटबॉलर के कन्नन और रेफरी थिरू राजमानिकम से बैन हटा लिया है.

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Published : Mar 19, 2022, 9:40 AM IST

सिंगापुर: सिंगापुर फुटबाल संघ (एफएएस) की परिषद ने सिंगापुर के भारतीय मूल के पूर्व स्ट्राइकर के कन्नन और फीफा के पूर्व रेफरी थिरू राजमानिकम पर से साल 2021 में दायर उनकी अपील की समीक्षा करने के बाद आजीवन प्रतिबंध हटा दिया है. एफएएस के अध्यक्ष लिम किया टोंग ने शुक्रवार को मीडिया में जारी बयान में कहा कि परिषद ने दोनों मामलों से जुड़े मुद्दों और प्रमुख कारकों पर व्यापक विचार-विमर्श करने के बाद यह फैसला किया.

बता दें, सिंगापुर के पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी कन्नन को साल 1995 में फुटबॉल गतिविधियों से प्रतिबंधित कर दिया गया था. उन्हें 13 मई, 1994 को मलेशियाई प्रांत पर्लिस की एक टीम के खिलाफ प्रीमियर लीग मैच में सिंगापुर के एक खिलाड़ी को 80,000 सिंगापुर डॉलर की रिश्वत देने के लिये दो अन्य व्यक्तियों के साथ साजिश रचने का दोषी पाया गया था.

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कन्नन को साजिश रचने के आरोप में एक साल की जेल और 40,000 सिंगापुर डॉलर के जुर्माना की सजा सुनाई गई थी. उन्हें रिश्वत लेने के लिए 18 महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी और 5000 सिंगापुर डालर का जुर्माना भरने का आदेश दिया गया था.

फीफा के पूर्व रेफरी राजमानिकम को एक फुटबॉल सट्टेबाज से 1,000 सिंगापुर डालर की रिश्वत लेने के लिये आठ महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी और उन पर 1,000 सिंगापुर डालर का जुर्माना लगाया गया था.

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उन्हें सभी तरह की फ़ुटबॉल गतिविधियों से आजीवन प्रतिबंधित कर दिया गया था और साल 1994 में एफएएस ने उनका पंजीकरण रद्द कर दिया था. चैनल न्यूज एशिया ने एफएएस के बयान का हवाला देते हुए बताया कि इन दोनों पर से 15 मार्च को प्रतिबंध हटाया गया.

सिंगापुर: सिंगापुर फुटबाल संघ (एफएएस) की परिषद ने सिंगापुर के भारतीय मूल के पूर्व स्ट्राइकर के कन्नन और फीफा के पूर्व रेफरी थिरू राजमानिकम पर से साल 2021 में दायर उनकी अपील की समीक्षा करने के बाद आजीवन प्रतिबंध हटा दिया है. एफएएस के अध्यक्ष लिम किया टोंग ने शुक्रवार को मीडिया में जारी बयान में कहा कि परिषद ने दोनों मामलों से जुड़े मुद्दों और प्रमुख कारकों पर व्यापक विचार-विमर्श करने के बाद यह फैसला किया.

बता दें, सिंगापुर के पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी कन्नन को साल 1995 में फुटबॉल गतिविधियों से प्रतिबंधित कर दिया गया था. उन्हें 13 मई, 1994 को मलेशियाई प्रांत पर्लिस की एक टीम के खिलाफ प्रीमियर लीग मैच में सिंगापुर के एक खिलाड़ी को 80,000 सिंगापुर डॉलर की रिश्वत देने के लिये दो अन्य व्यक्तियों के साथ साजिश रचने का दोषी पाया गया था.

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कन्नन को साजिश रचने के आरोप में एक साल की जेल और 40,000 सिंगापुर डॉलर के जुर्माना की सजा सुनाई गई थी. उन्हें रिश्वत लेने के लिए 18 महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी और 5000 सिंगापुर डालर का जुर्माना भरने का आदेश दिया गया था.

फीफा के पूर्व रेफरी राजमानिकम को एक फुटबॉल सट्टेबाज से 1,000 सिंगापुर डालर की रिश्वत लेने के लिये आठ महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी और उन पर 1,000 सिंगापुर डालर का जुर्माना लगाया गया था.

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उन्हें सभी तरह की फ़ुटबॉल गतिविधियों से आजीवन प्रतिबंधित कर दिया गया था और साल 1994 में एफएएस ने उनका पंजीकरण रद्द कर दिया था. चैनल न्यूज एशिया ने एफएएस के बयान का हवाला देते हुए बताया कि इन दोनों पर से 15 मार्च को प्रतिबंध हटाया गया.

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