हैदराबाद: भारतीय रेसलर संग्राम सिंह ने कहा कि दुनिया में कई खिलाड़ियों को कोरोना वायरस की चपेट में आते हुए देखा गया है लेकिन भारतीय खिलाड़ियों में कोरोना मरीजों की संख्या न के बराबर है. ऐसे में भारत में खेलों की शुरुआत सितंबर से करने पर विचार किया जा सकता है.
ईटीवी भारत के एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में संग्राम सिंह ने कहा, 'मुझे लगता है कि भारतीय खिलाड़ी काफी मजबूत हैं और बारिश के बाद कोरोना कमजोर पड़ जाएगा तो सितंबर में खेलों की शुरुआत की जा सकती है. अमेरिका में खतरे के बावजूद भी शूरू कर दिया गया है."
हालांकि कोरोना के चलते सावधानी बरतनी पड़ेगी जिसपर संग्राम ने कहा, "टूर्नामेंट स्टार्ट करने से पहले सबका चेकअप करें. खिलाड़ियों की जांच करने के बाद उनको एंट्री दें. जिस खिलाड़ी को ठीक महसूस न हो रहा हो उनको ड्रॉप कर सकते हैं. कुछ टीम बनाएं जो निगरानी रखे खिलाड़ियों के स्वास्थ की क्योंकि हल तो निकालना पड़ेगा. अगर कोरोना 4 साल तक ऐसे ही रहा तो हम खेल तो बंद नहीं रख सकते. इसके अलावा मेरे हिसाब से भारतीय खिलाड़ियों में कोरोना न के बराबर है तो इसपर विचार किया जा सकता है."
ये पूछे जाने पर कि किस तरह की व्यवस्था की जरूरत है खेल को इसपर संग्राम ने कहा कि जैसे खिलाड़ियों में दवाइयों के सेवन को लेकर जांच की जाती है उसी स्तर पर कोरोना की जांच करने के लिए एजेंसियों को रखा जाए.
योगेशेवर से हुए मतभेद को लेकर संग्राम सिंह ने कहा, "2016 रियो ओलंपिक के दौरान सलमान खान के गुडविल एम्बेसडर बनने को लेकर योगेश्वर ने विरोध किया जिसको लेकर मैने मीडिया में बोला कि गुडविल एम्बेसडर तो कोई भी हो सकता है इसमें योगेश्वर गलत है जिसको मीडिया वालों ने घुमा दिया. जिससे रिश्तों में थोड़ी खटास आ गई थी लेकिन बाद में सब ठीक हो गया था. योगेश्वर के साथ उसी वक्त के बाद से सब ठीक हो गया था."