नई दिल्ली: राजधानी में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे राठौर से जब निशानेबाजी को राष्ट्रमंडल खेलों से हटाए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि इस पर बात चल रही है.
राठौर ने कहा, "इस पर बात चल रही है. देखते हैं आगे क्या होता है."
हाल ही में भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने एक कार्यक्रम में कहा था कि राष्ट्रमंडल खेल, पैसे और समय की बर्बादी हैं. इस पर जब राठौर से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.
गौरतलब है कि इंग्लैंड के बर्मिघम में होने वाले अगले राष्ट्रमंडल खेलों में निशानेबाजी को शामिल नहीं किया गया है. इसके बाद से ही आईओए खेलों का बहिष्कार करने की बात कर रहा है.
केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू पहले ही कह चुके हैं कि 2022 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के बहिष्कार पर अंतिम निर्णय खेल मंत्रालय ही लेगा.
बत्रा ने कहा था कि राष्ट्रमंडल खेलों में प्रतिस्पर्धा का स्तर इतना ऊंचा नहीं होता और भारत को अपने मानकों को सुधारने के लिए इनसे स्थाई रूप से हटने पर विचार करना चाहिए.
बत्रा के इस बयान पर कई पूर्व खिलाड़ियों और राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (सीजीएफ) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) डेविड ग्रेवेमबर्ग ने भी नाराजगी जताई थी.