नई दिल्ली: भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) ने बुधवार को खुलासा किया कि कोरोना वायरस के डर से इस बीमारी के केंद्र चीन सहित छह देशों ने यहां अगले महीने होने वाले निशानेबाजी विश्व कप से हटने का फैसला किया है.
आईएसएसएफ विश्व कप का आयोजन यहां कर्णी सिंह निशानेबाजी रेंज में 15 से 26 मार्च तक किया जाना है.
भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने बुधवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में होने वाले विश्वकप से छह देश कोरोना वायरस के कारण हट गए हैं, जबकि पाकिस्तान के निशानेबाजों ने खुद ही इस विश्वकप में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है.
रनिंदर सिंह ने कहा, 'कुछ देश थे जो आ रहे थे लेकिन कोरोना वायरस के फैलने के डर से वे अपने राष्ट्र की नीतियों के अनुसार ऐसा नहीं कर सकते.'
प्रतियोगिता में कुल 80 देशों को हिस्सा लेना था. लेकिन चीन, ताइवान, हांगकांग, मकाऊ, उत्तर कोरिया और तुर्कमेनिस्तान कोरोना वायरस के चलते इस प्रतियोगिता से हट गए हैं जबकि पाकिस्तान के दो निशानेबाजों ने खुद ही विश्वकप में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया है.
इस महीने के शुरू में भारत सरकार ने चीन के पहलवानों को इस बीमारी के कारण एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप के लिए वीजा देने से इनकार कर दिया था. वुहान से शुरू हुई इस बीमारी से पूरी दुनिया में 80,000 से ज्यादा लोग संक्रमित हो गये हैं जबकि 2600 से ज्यादा की मौत हो गयी है.
एनआरएआई प्रमुख ने यह भी सूचित किया कि पाकिस्तान के निशानेबाज भी इसमें भाग नहीं लेंगे क्योंकि उनके देश के निशानेबाज नए कोच के साथ ट्रेनिंग लेने में व्यस्त हैं.
पिछले साल विश्व कप में पाकिस्तानी निशानेबाजों को वीजा नहीं दिया गया था जिसके कारण भारत को कुछ समय के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की मेजबानी करने से निलंबित कर दिया गया था. हालांकि बाद में खेल मंत्रालय के इस आश्वासन के बाद इसे हटा दिया गया कि भाग लेने वाले खिलाड़ियों को वीजा देने के लिए राजनीतिक मुद्दे बीच में नहीं आने चाहिए.
उन्होंने कहा, 'पिछली बार से इसे मत जोड़िए. पाकिस्तान कभी भी नहीं आ रहा था. उनके दो एथलीट हैं जिन्होंने ओलंपिक के लिए पिस्टल स्पर्धाओं के लिए क्वालीफाई किया है.'
रनिंदर ने कहा, 'जावेद लोधी (पाकिस्तान निशानेबाजी महासंघ के उपाध्यक्ष) ने मुझे सूचित किया कि हमारे कोच उसी समय ही उपलब्ध होंगे और हमारे निशानेबाज विश्व कप में भाग लेने के बजाय ओलंपिक स्पर्धा के लिए ट्रेनिंग करना चाहते हैं.'
इस अवसर पर मौजूद अनुभवी निशानेबाज संजीव राजपूत और युवा निशानेबाज मनु भाकर ने कहा कि कोरोना ने उन्हें मानसिक रुप से कतई प्रभावित नहीं किया है और उनका पूरा ध्यान अपने देश के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर लगा हुआ है.