दोहा : फीफा विश्व कप 2022 में खेल के दौरान उपयोग में लायी जाने वाली गेंदों को हर मैच से पहले चार्ज किया जाता है. कतर में फीफा विश्व कप 2022 में इस्तेमाल की जाने वाली गेंदों में हाई-टेक सेंसर लगाकर खेल से संबंधित जानकारियों को अपडेट करने में मदद ली जाती है. इसीलिए इन सेंसर्स को मैच के पहले चार्ज करने की जरूरत होती है.
बताया जा रहा है कि ये सेंसर एक छोटी बैटरी द्वारा संचालित होते हैं, जिसके बारे में एडिडास ने कहा कि यह बैटरी एक बार चार्ज होने के बाद के छह घंटे तक बड़ी आसानी से एक्टिव रहती है. साथ ही साथ अगर इसका उपयोग न किया जाय तो भी 18 दिनों तक चल सकती है.
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हाईटेक सेंसर वाली फुटबॉल में लगाए सेंसर का वजन सिर्फ 14 ग्राम है. यह सेंसर बॉल-ट्रैकिंग में मददगार होता है. यह पिच के चारों ओर लगे कैमरों के साथ रेफरी को ऑफसाइड और अन्य संदिग्ध निर्णयों को लेने में मददगार बनता है.
जानकारी के अनुसार जैसे ही किसी भी गेंद को किक करते हैं या हेड से मारते है या फिर इसको हाथ से फेंकते हैं तो इस सेंसर सिस्टम के जरिए 500 फ्रेम प्रति सेकंड पर जानकारियां उठा लेता है. इसके बाद यह डेटा सेंसर से एक लोकल पोजिशनिंग सिस्टम (LPS) में भेजा जाता है, जिसमें खेल के मैदान के चारों ओर स्थापित नेटवर्क एंटेना सेटअप मददगार बनता है. यह सारे डेटा को तत्काल उपयोग के लिए लेता है और संग्रहित करके खेल में इसका उपयोग करता है.
हाईटेक सेंसर वाली फुटबॉल जब खेलने के दौरान मैदान की सीमा से बाहर उड़कर चली जाती है और इसे बदलने के लिए एक नई गेंद मैदान में फेंकी जाती है तो KINEXON का बैकएंड सिस्टम बिना किसी व्यक्ति के हस्तक्षेप के ऑटोमेटिक तरीके से नई गेंद के डेटा इनपुट पर स्विच हो जाता है.
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