नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को आम बजट पेश किया जिसमें खेल मंत्रालय को 2826.92 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं जबकि वर्ष 2019-20 के संशोधित बजट में ये आवंटन 2776.92 करोड़ रुपये था. वर्ष 2019-20 में खेलो इंडिया के लिए सालाना आवंटन 578 करोड़ रुपए था जो इस वर्ष के लिए बढ़ाकर 890.42 करोड़ रुपये कर दिया गया.
खेलो इंडिया युवा खेलों के वजट में हुआ इजाफा
भारत सरकार ने शनिवार को बजट का ऐलान करते हुए खेल बजट के लिए 2826.92 करोड़ रुपये देने की बात कही है. इसमें सबसे ज्यादा फायदा खेलो इंडिया को हुआ है जिसके बजट को बढ़ा कर 291.42 करोड़ कर दिया गया है.
खेल बजट में 50 करोड़ रुपये की हुई वृद्धि
2019-20 में खेल बजट 2216.92 करोड़ था जिसे बाद में 2776.92 करोड़ किया गया. अगर इस बार के खेल बजट को देखा जाए तो कुल 50 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है. खिलाड़ियों को दिए जाने वाले पैसे में हालांकि कटौती की गई है. पहले इसके लिए 111 करोड़ रुपये का बजट हुआ करता था जिसे अब 70 करोड़ कर दिया गया. इसके अलावा राष्ट्रीय खेल विकास कोष (एनएसडीएफ) में भी 50 करोड़ की कटौती कर 77.15 करोड़ कर दिया गया है.
राष्ट्रीय खेल महासंघों के बजट में हुई कटौती
सबसे ज्यादा कटौती राष्ट्रीय खेल महासंघों (एनएसएफ) के बजट में की गई है. इस बार यहां सरकार 245 करोड़ रुपये देगी जो पिछली बार से 50 करोड़ रुपये कम हैं. कटौती की कैंची भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) पर भी चली है. पिछली बार इसके लिए 615 करोड़ रुपये दिए गए थे लेकिन इस बार ये आंकड़ा 500 करोड़ है.