चंडीगढ़ : गुरुग्राम से दरभंगा तक अपने बीमार पिता को साइकिल पर ले जाने वाली ज्योति कुमारी की चर्चा दुनिया भर में हो रही है. 15 साल की आठवीं क्लास में पढ़ने वाली ज्योति कुमारी अपने पिता के साथ घर पहुंचने के लिए सात दिनों में 1,200 किलोमीटर साइकिल चलाई. ग्राम पंचायत सहित कई संगठनों ने ज्योति के साहस को सलाम किया है. यही नहीं, इवांका ट्रंप ने भी ट्वीट कर ज्योति कुमारी की तारीफ की है.
इस साहस के बाद, साइक्लिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने ज्योति को अगले महीने ट्रायल के लिए आमंत्रित किया है. शनिवार यहां इस बात का खुलासा करते हुए फेडरेशन के अध्यक्ष परमिंदर सिंह ढींडसा ने कहा कि साइक्लिंग फेडरेशन देश भर से ऐसी प्रतिभाओं की तलाश करता है और उन्हें संस्थानों में भर्ती करता है.
परमिंदर सिंह ढींडसा ने ज्योति कुमारी की 1200 किमी तक साइकिलिंग पर रास्ता नाप कर दुर्भाग्यपूर्ण बताया. ढींडसा ने कहा कि साइक्लिंग फेडरेशन द्वारा ज्योति कुमारी के लिए नए रास्ते खोले गए हैं. लॉकडाउन खुलने के बाद, फेडरेशन के मापदंडों के अनुसार ज्योति के परीक्षण किए जाएंगे और सरकार उसके खाने रहने का सारा खर्च तक उठाएगी इस के इलावा ज्योति के साथ जो भी केयर टेकर आएगा उसका खर्चा भी सरकार की तरफ से किया जाएगा. सरकार स्टाइपेंड के नाम पर ज्योति को 20000 रुपये प्रति महीना भी देगी.