बेंगलुरू : नए कोच ग्राहम रीड की देखरेख में टीम पहली बार खेलेगी. कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया में पांच मैच खेलते हुए टीम खुद को जून में भुवनेश्वर में होने वाले एफआईएच मेन्स सीरीज फाइनल्स के लिए खुद को बेहतर तरीके से तैयार कर सकेगी.
हर खिलाड़ी में जीत की मानसिकता पैदा करना
कप्तान ने कहा, "ये दौरा हमें आगे के लिए खुद को तैयार करने का शानदार मौका प्रदान करेगा और साथ ही हम अपने नए कोच ग्राहम रीड की शैली को बेहतर तरीके से समझ सकेंगे. कोच ने हमसे हमेशा कहा है कि उनके लिए टीम के हित में योगदान देने वाला खिलाड़ी अधिक अहम है. वो साथ ही हर खिलाड़ी में जीत की मानसिकता पैदा करना चाहते हैं और उनका लक्ष्य खिलाड़ी के बॉडी लैंग्वेज को भी सकारात्मक बनाना है."
रुपिंदर पाल सिंह की टीम में वापसी
हॉकी इंडिया ने 30 अप्रैल को इस दौरे के लिए टीम के चयन की घोषणा की थी. इस दौरे के साथ अनुभवी डिफेंडर रुपिंदर पाल सिंह की टीम में वापसी हो रही है. वहीं, जलंधर के मिडफील्डर जसकरन सिंह को पहली बार राष्ट्रीय टीम में शामिल किया गया है. टीम की कप्तानी मनप्रीत सिंह के पास ही है जबकि सुरेंद्र कुमार को टीम का उप-कप्तान बनाया गया है.
टीम को मिला रजत पदक मिला
ये भारत का इस साल दूसरा बड़ा टूर्नामेंट है. टीम ने मार्च में सुल्तान अजलान शाह कप में हिस्सा लिया था जहां उसे रजत पदक मिला था. टीम में युवा और अनुभव का अच्छा मिश्रण है. चयनकर्ताओं ने टीम में दो गोलकीपरों को शामिल किया है. अनुभवी पी.आर. श्रीजेश के अलावा कृष्णा बी. पाठक दूसरे गोलकीपर होंगे. आकाशदीप सिंह आराम करने के बाद टीम में लौटे हैं.
टीम :-
गोलकीपर : पी.आर. श्रीजेश, कृष्णा बी पाठक,
डिफेंडर : रुपिंदर पाल सिंह, सुरेंद्र कुमार (उप-कप्तान), हरमनप्रीत सिंह, बिरेंद्र लाकरा, गुरिंदर सिंह, कोथाजीत सिंह.
मिडफील्डर : हार्दिक सिंह, मनप्रीत सिंह (कप्तान), जसकरन सिंह, विवेक सागर प्रसाद, नीलकंठ शर्मा.
फॉरवर्ड : मनदीप सिंह, गुरसाहिबजीत सिंह, आकाशदीप सिंह, सुमित कुमार जूनियर, अरमान कुरैशी.