बेंगलुरू: भारतीय हॉकी टीम के मिडफील्डर नीलकांत शर्मा ने कहा कि विश्व कप 2018 जैसी बड़ी प्रतियोगिताओं में खेलने से उन्हें टीम में अपनी भूमिका समझने में मदद मिली जो अगले साल होने वाले ओलंपिक में उपयोगी साबित होगा.
नीलकांत ने कहा, "मैं तीन साल से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल रहा हूं लेकिन भाग्यशाली हूं जो पुरुष विश्व कप 2018 और एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर्स 2019 जैसी बड़ी प्रतियोगिताओं का हिस्सा रहा.”
उन्होंने कहा, “यह बहुत अच्छा है कि मेरे पास इतना अधिक अनुभव है जो कि अगले साल होने वाले ओलंपिक जैसे टूर्नामेंट के लिये बोनस जैसा है. मैंने दबाव की परिस्थितियों में शांतचित रहना सीख लिया है और टीम में अपनी भूमिका को अच्छी तरह से समझता हूं.”
नीलकांत ने कहा कि वह कप्तान मनप्रीत सिंह और हार्दिक सिंह से मध्यपंक्ति में अच्छे तालमेल का पूरा लुत्फ उठाते हैं. उन्होंने कहा, “मैं और मनप्रीत जिस तरह से मैदान पर तालमेल बिठाते हैं वह शानदार है. मनप्रीत जिस तरह से खेलता है उससे वह हम सभी को प्रेरित करता है. मेरा हार्दिक के साथ भी बहुत अच्छा तालमेल है.”
नीलकांत ने कहा, ‘हम एक दूसरे के खेल को समझते हैं जिससे एक दूसरे की मदद करना आसान हो जाता है.’
मणिपुर के इस 25 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण लगे राष्ट्रीय लॉकडाउन के दौरान वह अपनी फिटनेस पर ध्यान दे रहे हैं.
उन्होंने कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं कि हम सभी के लिए पिछले दो महीने काफी मुश्किल रहे. हम इस दौरान अपने कमरों में लगातार व्यायाम करते हैं. भविष्य में मैचों के दौरान कुछ परिस्थितियों से हम कैसे निबटते हैं इसमें फिटनेस की भूमिका अहम होगी.”