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संतोष ट्रॉफी: घरेलू मैदान पर पंजाब के सामने होगी सर्विसेज की चुनौती

पंजाब की फुटबॉल टीम अपने घरेलू दर्शकों के सामने सर्विसेस को मात देकर नौवीं बार संतोष ट्रॉफी का खिताब अपने नाम करने उतरेगी.

Santosh Trophy: Punjab to Face Services In Final
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Published : Apr 20, 2019, 7:01 PM IST

Updated : Apr 21, 2019, 7:35 PM IST

लुधियाना: शानदार फॉर्म में चल रही पंजाब की फुटबॉल टीम रविवार को अपने घरेलू दर्शकों के सामने सर्विसेस को मात देकर नौवीं बार संतोष ट्रॉफी का खिताब जीतना चाहेगी.

अपने घरेलू मैदान पर पंजाब ने दमदार प्रदर्शन किया है. पिछले दो मुकाबलों में मेजबान टीम ने कर्नाटक (ग्रुप-बी) और गोवा (सेमीफाइनल) के खिलाफ बेहतरीन जीत दर्ज की.

Santosh Trophy: Punjab to Face Services In Final
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मैच के पहले पंजाब के सहायक कोच बिक्रमजीत सिंह ने कहा, "जाहिर तौर पर घरेलू मैदान पर खेलने के अपने फायदे होते है. हमारे पीछे स्थानीय लोगों का समर्थन होगा जिससे खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी."

सर्विसेस के मुख्य कोच परशुराम सालवाड़ी ने कहा, "फाइनल में पंजाब जैसी टीम का सामना करना बहुत मुश्किल होगा, खासकर उनके घरेलू दर्शकों के सामने. हमने 2015 में उनका सामना किया था, लेकिन इस बार मुकाबल अगल होगा क्योंकि वह घरेलू टीम है. यह उनकी सबसे बड़ी ताकत है."

यह भी पढ़ें- जूनियर नेशनल चैम्पियनशिप में हिस्सा लेने कोल्हापुर पहुंची सभी टीमें

दोनों टीमें 2014-15 सीजन के फाइनल में एक-दूसरे से भिड़ी थी, जब मुकाबला इसी मैदान पर हुआ था. निर्धारित समय तक स्कोर 0-0 रहने के बाद मैच पेनाल्टी में गया जहां सर्विसेस ने 5-4 से बाजी मारी.

गौरतलब है वर्ष 1941-42 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट का खिताब सबसे ज्यादा बार बंगाल (32) ने जीता है. पंजाब इस मामले में दूसरे नंबर पर है.

लुधियाना: शानदार फॉर्म में चल रही पंजाब की फुटबॉल टीम रविवार को अपने घरेलू दर्शकों के सामने सर्विसेस को मात देकर नौवीं बार संतोष ट्रॉफी का खिताब जीतना चाहेगी.

अपने घरेलू मैदान पर पंजाब ने दमदार प्रदर्शन किया है. पिछले दो मुकाबलों में मेजबान टीम ने कर्नाटक (ग्रुप-बी) और गोवा (सेमीफाइनल) के खिलाफ बेहतरीन जीत दर्ज की.

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मैच के पहले पंजाब के सहायक कोच बिक्रमजीत सिंह ने कहा, "जाहिर तौर पर घरेलू मैदान पर खेलने के अपने फायदे होते है. हमारे पीछे स्थानीय लोगों का समर्थन होगा जिससे खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी."

सर्विसेस के मुख्य कोच परशुराम सालवाड़ी ने कहा, "फाइनल में पंजाब जैसी टीम का सामना करना बहुत मुश्किल होगा, खासकर उनके घरेलू दर्शकों के सामने. हमने 2015 में उनका सामना किया था, लेकिन इस बार मुकाबल अगल होगा क्योंकि वह घरेलू टीम है. यह उनकी सबसे बड़ी ताकत है."

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दोनों टीमें 2014-15 सीजन के फाइनल में एक-दूसरे से भिड़ी थी, जब मुकाबला इसी मैदान पर हुआ था. निर्धारित समय तक स्कोर 0-0 रहने के बाद मैच पेनाल्टी में गया जहां सर्विसेस ने 5-4 से बाजी मारी.

गौरतलब है वर्ष 1941-42 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट का खिताब सबसे ज्यादा बार बंगाल (32) ने जीता है. पंजाब इस मामले में दूसरे नंबर पर है.

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लुधियाना: शानदार फॉर्म में चल रही पंजाब की फुटबॉल टीम रविवार को अपने घरेलू दर्शकों के सामने सर्विसेस को मात देकर नौवीं बार संतोष ट्रॉफी का खिताब जीतना चाहेगी.



अपने घरेलू मैदान पर पंजाब ने दमदार प्रदर्शन किया है. पिछले दो मुकाबलों में मेजबान टीम ने कर्नाटक (ग्रुप-बी) और गोवा (सेमीफाइनल) के खिलाफ बेहतरीन जीत दर्ज की.



मैच के पहले पंजाब के सहायक कोच बिक्रमजीत सिंह ने कहा, "जाहिर तौर पर घरेलू मैदान पर खेलने के अपने फायदे होते है. हमारे पीछे स्थानीय लोगों का समर्थन होगा जिससे खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी."



सर्विसेस के मुख्य कोच परशुराम सालवाड़ी ने कहा, "फाइनल में पंजाब जैसी टीम का सामना करना बहुत मुश्किल होगा, खासकर उनके घरेलू दर्शकों के सामने. हमने 2015 में उनका सामना किया था, लेकिन इस बार मुकाबल अगल होगा क्योंकि वह घरेलू टीम है। यह उनकी सबसे बड़ी ताकत है."



दोनों टीमें 2014-15 सीजन के फाइनल में एक-दूसरे से भिड़ी थी, जब मुकाबला इसी मैदान पर हुआ था. निर्धारित समय तक स्कोर 0-0 रहने के बाद मैच पेनाल्टी में गया जहां सर्विसेस ने 5-4 से बाजी मारी.



गौरतलब है वर्ष 1941-42 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट का खिताब सबसे ज्यादा बार बंगाल (32) ने जीता है. पंजाब इस मामले में दूसरे नंबर पर है.


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Last Updated : Apr 21, 2019, 7:35 PM IST
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