कोलकाता: देश के बड़े फुटबॉल क्लब ईस्ट बंगाल, इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के सातवें सीजन का हिस्सा नहीं बन पाएगा. आईएसएल और फुटबॉल स्पोटर्स डेवलपमेंट लिमिटेड (एफएसडीएल) की बैठक में इस बात पर फैसला किया गया है कि आयोजक इस सीजन की मौजूदा योजना के अनुसार ही चलेगी, जिसमें 10 टीमें भाग लेंगी.
एफएसडीएल ने साफ कर दिया है कि आगामी आईएसएल सीजन में 10 टीमें ही खेलेगी, जोकि पिछले सीजन का हिस्सा थी. उन्होंने कहा कि 2021-21 सीजन में टीमों की संख्या बढ़ाने पर विचार नहीं किया गया है.
जानकार सूत्रों का कहना है कि अगर ईस्ट बंगाल अगले एक सप्ताह में प्रायोजक हासिल भी कर लेती है तो कानूनी रूप से उसे इसमें भाग लेने के योग्य बनने के लिए 6-8 महीने का समय लगेगा.
सूत्र ने कहा, "ईस्ट बंगाल, आईएसएल की इस सीजन में नहीं खेल रही है और ये कोई खबर नहीं होनी चाहिए. ईस्ट बंगाल के लिए अब एक निवेशक पाने और सभी सरकारी नियमों और कानूनी कार्यो के साथ करार करने में सक्षम होने के लिए अगले साल में आसानी होगी."
उन्होंने कहा, "मार्केट में उनकी छवी नकारात्मक है और ये उनके लिए अच्छा नहीं है."
आईएसएल की मौजूदा चैंपियन एटीके ने इस साल जनवरी में मोहन बागान के साथ विलय की घोषणा की थी. एटीके-मोहन बागान ने बोर्ड की बैठक में हरे और लाल रंग की जर्सी को बरकरार रखने का फैसला किया था ताकि फुटबॉल क्लब की विरासत का पर्याय बनी रहे.
क्लब का नाम बदलकर एटीके मोहन बागान कर दिया गया है जबकि लोगो में मोहन बागान की पहचान-नाव को बरकरार रखा गया है और उसके पास 'एटीके' शब्द लिख दिया गया था.
इस बीच, ईस्ट बंगाल के अधिकारी इस सीजन में आईएसएल में शामिल होने और प्रायोजक खोजने के बारे में भी चिंतित हैं, लेकिन ये पता चला है कि क्वेस से खेल के अधिकार वापस पाने के बाद से कुछ भी तय नहीं हुआ है.