दुबई: भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने कहा है कि उन्होंने अपने जीवन में जीतों से ज्यादा हार से सीखा।. छेत्री ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली से इंस्टाग्राम पर बात करते हुए कहा, "मुझे लगता है कि जीवन में मैंने जीत से ज्यादा हार से सीखा है. मैं जब कुछ समय के लिए लगतार जीत रहा था तो मुझे लगा कि मैं लापरवाह सा हो गया था."
छेत्री की बात से कोहली सहमत दिखे और कहा, "हां, आप समझते हैं कि आप जीत से ज्यादा हार से सीख सकते हैं. जब आप जीतते हैं तो आप कई चीजों पर शायद ही ध्यान देते हो. लेकिन मैंने महसूस किया है कि हमें जीत पर भी गौर करना चाहिए. आपके पास सुधार करने और बेहतर होने के लिए हमेशा कुछ न कुछ होता है. अगर आप हार और जीत में निरंतरता बनाए रखते हैं तो आगे जाकर ज्यादा संतुलित हो जाएंगे."
छेत्री भारत के लिए सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ियों की सूची में पहले स्थान पर हैं जबकि पूरे विश्व में वह इस सूची में दूसरे नंबर पर हैं.
कोहली ने जब छेत्री से उनकी प्ररेणा के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, "किसी तरह की तुलना नहीं. मैं इसे लेकर खुशी महसूस करता हूं और भूल जाता हूं. फुटबॉल खेलना मजा है और फिर जो प्यार मिलता है वो अविश्वसनीय है. मैंने कभी इसके बारे में सोचा भी नहीं था."
उन्होंने कहा, "मेरे पास जो है मैं वो सब दे देना चाहता हूं. मैं दबाव नहीं लेता. मैं सिर्फ इसका लुत्फ लेता हूं क्योंकि मैं एक ऐसी जिंदगी जी रहा हूं जिसकी मैंने कल्पना भी नहीं की थी. मेरा ऐसा कोई दिन नहीं जाता जब मैं अपना 100 फीसदी नहीं देता."
कोविड-19 के कारण संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में खेले जा रहे आईपीएल में प्रशंसक नहीं हैं.
छेत्री ने कहा, "एक प्रशंसक के तौर पर, जब मुझे यह खबर मिली कि मैं स्टेडियम में मैच नहीं देख सकता तो मुझे बुरा लगा. खेल पूरी तरह से प्रशंसकों से जुड़ा है. मैंने महसूस किया कि लाइव स्पोर्टस आपको काफी खुशी देता है."
उन्होंने कहा, "जब आपको लाइव स्पोर्टस देखने का मौका मिलता है तो जीवन में इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता. मैं यह बात पूरे दिल से कह रहा हूं. एक प्रशंसक के तौर पर आपको धैर्य रखना होगा."