हैदराबाद : क्रिकेट विश्व कप के 13वें एडिशन के फाइनल मुकाबले के लिए दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम तैयार है. अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आज वर्ल्ड कप 2023 का फाइनल मैच खेला जाएगा. सवाल है कि इस मुकाबले को कौन सा बल्लेबाज शतक जड़कर यादगार बनाएगा ? क्योंकि अब तक हुए कुल 12 विश्व कप के फाइनल मैचों में सिर्फ 6 बल्लेबाज ही ऐसा करने में कामयाब रहे हैं और इनमें से 5 बल्लेबाजों ने अपनी टीम को विश्व विजेता बनाने में अहम भूमिका निभाई थी. वर्ल्ड कप फाइनल में अब तक सिर्फ दो कप्तानों ने शतक लगाए हैं जिनमें से एक को फाइनल में हार मिली थी. खास बात ये है कि ये 6 शतक अलग-अलग विश्व कप में आए हैं और ये शतक सिर्फ 3 टीमों के खिलाड़ियों ने लगाए हैं. अब तक खेले जा चुके 12 विश्व कप फाइनल में से 6 बार कोई भी बल्लेबाज शतक नहीं जमा पाया.
- वर्ल्ड कप 1975: क्लाइव लॉयड 102 रन vs ऑस्ट्रेलिया
वनडे क्रिकेट विश्व कप की शुरुआत 1975 में हुई. पहले विश्व कप का फाइनल मुकाबला 21 जून, 1975 को लॉर्ड्स के मैदान पर वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया. जिसमें वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 60 ओवर में 8 विकेट खोकर 291 रन बनाए थे. जिसमें कप्तान क्लाइव लॉयड ने 85 गेंद पर 102 रन की शानदार पारी खेली थी. जिसमें 12 चौके और 2 छक्के भी शामिल थे. एक वक्त वेस्टइंडीज के 3 विकेट 50 रन पर गिर गए थे लेकिन फिर क्लाइव लॉयड ने मोर्चा संभाला और रोहन कन्हाई के साथ चौथे विकेट के लिए 149 रन जोड़े. 292 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम 274 रन पर ढेर हो गई और पहला विश्व कप वेस्टइंडीज ने अपने नाम कर लिया. जिसमें कप्तान क्लाइव लॉयड की अहम भूमिका थी. उन्हें फाइनल मुकाबले में प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था. - वर्ल्ड कप 1979: विव रिचर्ड्स नाबाद 138 रन vs इंग्लैंड
दूसरे वर्ल्ड कप का फाइनल भी वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स के मैदान पर ही खेला गया. 23 जून, 1979 को खेले गए फाइनल मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर फील्डिंग चुनी. अंग्रेज टीम के इस फैसले को सर विव रिचर्ड्स ने बिल्कुल गलत साबित करते हुए नाबाद 138 रन की शानदार पारी खेली. रिचर्ड्स ने 157 गेंदों में 11 चौके और 3 छक्कों की मदद से ये रन बनाए. वेस्टइंडीज की टीम ने 9 विकेट खोकर 286 रन का स्कोर बनाया. जिसके जवाब इंग्लैंड की पूरी टीम 194 रन पर ऑल आउट हो गई. वेस्टइंडीज ने 92 रन से जीत हासिल कर लगातार दूसरी बार विश्व चैंपियन का खिताब जीता. विव रिचर्ड्स को शानदार शतक बनाने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. - वर्ल्ड कप 1996: अरविंद डी सिल्वा नाबाद 145 रन vs ऑस्ट्रेलिया
छठे क्रिकेट विश्व कप का फाइनल लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच खेला गया था. श्रीलंका ने टॉस जीतकर फील्डिंग चुनी और ऑस्ट्रेलिया ने निर्धारित 50 ओवर में 241 रन बनाए. श्रीलंका की ओर से अरविंद डी सिल्वा ने 124 गेंद में नाबाद 107 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली. 13 चौकों से सजी उनकी पारी ने श्रीलंका को पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनाया था. श्रीलंका ने 46.2 ओवर में 3 विकेट खोकर 245 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया को 7 विकेट से मात दी थी. डी सिल्वा अंत तक नॉट आउट रहे, इस मैच जिताऊ पारी के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था. - वर्ल्ड कप 2003: रिकी पॉन्टिंग नाबाद 140 रन vs भारत
2003 वर्ल्ड कप में 20 साल बाद टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप फाइनल तक का सफर तय किया था लेकिन विश्व विजेता बनने के सफर में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पॉन्टिंग आड़े आ गए. 23 मार्च, 2003 को दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में खेले गए इस फाइनल मैच में सौरव गांगुली ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला लिया, जो बहुत बड़ी गलती साबित हुआ. ऑस्ट्रेलिया के 4 बल्लेबाजों ने ही कुल 359 रन का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा कर दिया. जिसमें ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पॉन्टिंग ने 121 गेंदों में 4 चौके और 8 छक्कों की मदद से नाबाद 140 रन ठोक डाले. ऑस्ट्रेलिया ने सिर्फ 2 विकेट खोकर भारत को 360 रन का लक्ष्य दिया था. टीम इंडिया 234 पर ढेर हो गई और ऑस्ट्रेलिया 125 रन से मैच जीतकर लगातार दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बन गया. पोटिंग को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. - वर्ल्ड कप 2007: एडम गिलक्रिस्ट 149 रन vs श्रीलंका
9वां क्रिकेट वर्ल्ड कप पहली बार वेस्टइंडीज में खेला गया था. फाइनल मुकाबला 28 अप्रैल 2007 को ब्रिजटाउन में ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच खेला गया था. ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बैटिंग चुनी और एडम गिलक्रिस्ट ने कप्तान रिकी पोंटिंग के फैसले को बिल्कुल सही ठहराते हुए 104 गेंद पर 149 रन की ताबड़तोड़ पारी खेल डाली. ये विश्व कप फाइनल में खेली गई अब तक की सबसे बड़ी पारी है, जिसमें गिलक्रिस्ट ने 13 चौके और 8 छक्के लगाए थे. ऑस्ट्रेलियाई टीम ने निर्धारित 38 ओवर में 4 विकेट खोकर 281 रन बनाए. जवाब में श्रीलंका की टीम सिर्फ 215 रन ही बना सकी और ऑस्ट्रेलिया ने डकवर्थ लुइस मैथड के मुताबिक 53 रन से लगातार तीसरा विश्व कप फाइनल अपने नाम किया. गिलक्रिस्ट को शानदार सेंचुरी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था. - वर्ल्ड कप 2011: महेला जयवर्धने नाबाद 103 रन vs भारत
भारत में खेले गए इस विश्वकप का फाइनल 2 अप्रैल 2011 को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया. जहां टीम इंडिया और श्रीलंका की टीमों की टक्कर में भारतीय टीम दूसरी बार विश्व विजेता बनी. श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया. कप्तान महेला जयवर्धने के 88 गेंद पर 103 रन की शानदार पारी की बदौलत श्रीलंकाई टीम ने 50 ओवर में 6 विकेट खोकर 274 रन बनाए थे. जवाब में टीम इंडिया ने 4 विकेट खोकर मैच जीत लिया था. महेला जयवर्धने का शतक बेकार गया.
- दो कप्तानों ने लगाए हैं फाइनल में शतक
अब तक के विश्वकप फाइनल में दो कप्तानों ने भी सेंचुरी लगाई है. जिसमें 1975 विश्व कप फाइनल में क्लाइव लॉयड और 2011 विश्व कप में महेला जयवर्धने का नाम शामिल है. हालांकि जयवर्धने का शतक टीम को वर्ल्ड चैंपियन नहीं बना सका था. वैसे अब तक विश्व कप फाइनल में लगे 6 शतकों में से सिर्फ जयवर्धने का शतक ही टीम के काम नहीं आया. बाकी मौकों पर जिस टीम के खिलाड़ी ने फाइनल में शतक जमाया है, वही वर्ल्ड कप की ट्रॉफी उठाने में कामयाब रहा है. - इस बार कौन लगाएगा शतक ?
अब सबकी नजरें विश्व कप 2023 के फाइनल पर हैं, जहां इस विश्व कप की दो बेस्ट टीमों की टक्कर होगी. दोनों टीमों में कई धाकड़ बल्लेबाज हैं. खासकर भारतीय टीम में कप्तान रोहित शर्मा से लेकर विराट कोहली, शुभमन गिल, केएल राहुल जैसे बैटर हैं तो ऑस्ट्रेलिया की टीम में डेविड वार्नर, स्टीव स्मिथ, ट्रैविस हेड और ग्लेन मैक्सवेल जैसे बल्लेबाज हैं. देखना होगा कि कौन सा खिलाड़ी फाइनल में सेंचुरी बनाता है. वैसे अब तक 6 विश्व कप फाइनल ऐसे हुए हैं जिसमें कोई भी बल्लेबाज शतक नहीं बना पाया.