अहमदाबाद: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने शनिवार को स्वीकार किया कि टीम के कुछ खिलाड़ियों को भूमिका की स्पष्टता की जरूरत है. लेकिन वह फिर से शुरुआत करने की कोशिश के बजाय अपने पूर्ववर्ती विराट कोहली के काम को ही आगे बढ़ाएंगे. वनडे कप्तान के रूप में पूर्ण जिम्मेदारी संभालने के बाद मीडिया से पहली बातचीत में रोहित ने उन्हें टेस्ट कप्तान बनाए जाने की संभावना जैसे सवालों से खुद को दूर रखा.
रोहित ने वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरुआती वनडे से पहले वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा, हमेशा यह महत्वपूर्ण है कि हर कोई एक साथ मिलकर उन्हें दी हुई भूमिका को अच्छी तरह निभाए. आगे बढ़ने के लिए हमारे लिए महत्वपूर्ण है कि टीम में कुछ खिलाड़ियों की भूमिका पर स्पष्टता हो. कप्तान ने कहा, वह इन खिलाड़ियों से बात करेंगे. उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि अगर हम कर सकते हैं तो हमें इसे सही करना चाहिए और खिलाड़ी से इस बारे में बात करनी चाहिए. मुझे लगता है कि हम जरूरत के वक्त अलग अलग समय विभिन्न खिलाड़ियों से वह हासिल कर सकते हैं जो हमें चाहिए.
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रोहित ने कोहली की अनुपस्थिति में पहले जब भी टीम की अगुआई की है, तब खराब प्रदर्शन नहीं किया है और फ्रेंचाइजी के सफल कप्तान के रूप में रोहित का मानना है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में 0-3 से मिली हार के बाद ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा, देखिये, हमें ज्यादा बदलाव की जरूरत नहीं है, हमें खेल की विभिन्न परिस्थितियों में सिर्फ अनुकूलित रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा, पिछले कुछ साल में हमने काफी अच्छा वनडे क्रिकेट खेला है, कुछ साल से ज्यादा समय से. इसलिए एक सीरीज में मिली हार का मतलब यह नहीं है कि हमें हाय तौबा मचा देनी चाहिए.
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रोहित चोटिल होने के कारण इस सीरीज का हिस्सा नहीं थे. लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि दक्षिण अफ्रीकी सीरीज सीख देने के लिए अच्छी थी. उन्होंने कहा, ऐसा है कि हमें अपने खेल में कुछ समझ और कुछ सीख लेनी पड़ेगी. दक्षिण अफ्रीका सीरीज हमारे लिए सीखने के लिए अच्छी थी कि हमने एकजुट होकर क्या नहीं किया. हमेशा ऐसा नहीं हो सकता कि एक या दो खिलाड़ी ही प्रदर्शन करें. रोहित ने कहा, विराट ने जहां से छोड़ा है, वहीं से हमें इसे आगे बढ़ाना होगा.
कोहली के नेतृत्व में भारत ने वनडे में 70 प्रतिशत से ज्यादा सफलता हासिल की जिसका मतलब है कि उन्हें बतौर कप्तान उसी अच्छे काम को आगे बढ़ाने की जरूरत है, जो उनके पूर्ववर्ती ने किया था. रोहित ने कहा, मेरा मतलब है कि जब विराट कप्तानी कर रहे थे, मैं उप कप्तान था इसलिए हम एक ही तरह से टीम को आगे बढ़ा रहे थे. उन्होंने (विराट ने) जहां छोड़ा है, मुझे सिर्फ उसी को आगे ले जाने की जरूरत है.
उन्होंने कहा, ऐसा कुछ नहीं कि मुझे आकर कुछ बड़ा बदलाव करना होगा. वह मानते हैं कि ज्यादातर खिलाड़ी जानते हैं कि उनसे क्या उम्मीद की जाती है. उन्होंने कहा, टीम काफी हद तक जानती है कि उनसे किस चीज की उम्मीद की जाती है और आप उसी टैम्पलेट (तरीके) के साथ जारी रहना चाहते हो. हमें ज्यादा कुछ बदलने की जरूरत नहीं है, हमारी टीम अच्छी है और हम अच्छे खिलाड़ी हैं.
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रोहित ने कहा, यह सिर्फ अनुकूलित होने और अलग-अलग समय पर अलग अलग चीजें करने के लिए तैयार रहने की बात है. रोहित ने यह भी स्पष्ट किया कि टीम प्रबंधन कुलदीप यादव को युजवेंद्र चहल के साथ खिलाएगा. उन्होंने कहा, मेरे दिमाग में निश्चित रूप से यह बात थी कि उन्हें एक साथ लाया जाए, विशेषकर कुलदीप को, वह आईपीएल के बाद से नहीं खेला है, वह आईपीएल टीम का हिस्सा था, लेकिन फिर वह चोटिल हो गया और तब से वह बाहर था.
रोहित ने कहा, वह इसके बाद काफी मैच नहीं खेला है. इसलिए हम उसे धीरे-धीरे लाना चाहते हैं. हम उसके साथ जल्दबाजी नहीं करना चाहते, क्योंकि इससे न तो उसका और न ही टीम का फायदा होगा. इस बयान से लगता है कि उन्हें धीरे-धीरे टीम में लाया जाएगा.
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जहां तक टेस्ट कप्तानी का संबंध है तो वह इस सवाल से काफी खिन्न दिखे. उन्होंने कहा, इसके (टेस्ट कप्तानी) के लिए समय है, हम सिर्फ सीमित ओवर की सीरीज पर फोकस करते हैं, जो हमारे सामने है. मेरा ध्यान सिर्फ वेस्टइंडीज सीरीज पर है, तीन वनडे और तीन टी-20 मैच. उन्होंने कहा, इस बायो-बबल की जिंदगी में हमें कार्यभार प्रबंधन के लिए खिलाड़ियों को रोटेट करना होगा.
कप्तान इस बात से सहमत हैं कि इस समय कार्यभार प्रबंधन काफी अहम है और खिलाड़ियों को रोटेट करने की जरूरत होगी. उन्होंने कहा, कार्यभार प्रबंधन गंभीर चीज है. हम जितने मैच खेल रहे हैं, उन्हें देखते हुए लगातार बायो-बबल में रहना, कोविड-19 दौर में यात्रा करना तो महत्वपूर्ण है कि हम ज्यादा खिलाड़ियों को मौका दें और रोटेट करते रहें.