नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली एनसीआर में साइबर फ्रॉड के मामले तेजी के साथ बढ़ रहे हैं. साइबर फ्रॉड की घटनाओं को अंजाम देने के लिए अपराधी नई-नई तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं. लोगों की गाढ़ी कमाई को हड़पने के लिए साइबर अपराधी अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी इस्तेमाल कर रहे हैं.
साइबर अपराधी बहुत धैर्य के साथ लोगों का विश्वास जीतते हैं. उसके बाद अपने जाल में फंसा कर मोटी रकम खातों में ट्रांसफर करा लेते हैं. विश्वास जीतने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा लेकर फर्जी वीडियो तैयार की जा रही है.
गाजियाबाद में AI का प्रयोग कर ठगी करने का मामला सामने आया है. देश की प्रतिष्ठित टेक कंपनी के संस्थापक और सीईओ की AI के माध्यम से इन्वेस्टमेंट को लेकर फर्जी वीडियो बनाई गई. AI से तैयार की गई फर्जी वीडियो को इंस्टाग्राम पर डाला गया. जिसमें प्रतिष्ठित कंपनी के संस्थापक और सीईओ कह रहे हैं कि AI प्रोग्राम के माध्यम से ट्रेडिंग करेंगे तो आपको नुकसान नहीं होगा. कंपनी ने एक AI सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जिसका इस्तेमाल करने के लिए 21000 रुपए जमा करने होंगे. गाजियाबाद के रामप्रस्थ इलाके की रहने वाली पीड़ित महिला डॉक्टर ने AI से तैयार की गई फर्जी वीडियो को देखकर विश्वास कर लिया.
महिला से 25 लाख रुपए की ठगी: इसके बाद पीड़ित महिला डॉक्टर ने फोन पर बातचीत की. बातचीत के दौरान महिला डॉक्टर को साइबर ठगों द्वारा बताया गया कि हमारे खाते में पैसे जमा करो और तुम्हारे स्थान पर हम ट्रेडिंग करेंगे और अच्छा प्रॉफिट बनाकर देंगे. नवंबर 2024 से जनवरी 2025 के बीच महिला डॉक्टर ने विश्वास कर खाते में लगातार पैसे ट्रांसफर किए और इस बीच करीब 25 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए. अंत में महिला को समझ आ गया कि उसके साथ ठगी हुई है, जिसके बाद महिला ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दी है. पीड़ित महिला की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
ठगी की रकम को फ्रीज करने के प्रयास: एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया कि पीड़ित महिला की शिकायत पर साइबर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. पीड़ित महिला के साथ ठगी करने के लिए इस्तेमाल किए गए सभी मोबाइल नंबर देश के बाहर के हैं. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. AI के माध्यम से तैयार की गई फर्जी वीडियो द्वारा महिला को साइबर ठगों द्वारा विश्वास दिलाया गया. दो महीने के भीतर पीड़ित महिला द्वारा साइबर ठगों द्वारा बताए गए विभिन्न खातों में करीब 25 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए थे. ठगी की रकम को फ्रीज करने के लिए संबंधित बैंकों को मेल भेजा गया है.