नई दिल्ली/नोएडा : नोएडा में बुधवार को ऑनलाइन निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर 55 लाख रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के शातिर जालसाज को गिरफ्तार कर लिया गया. साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने बताया कि ठगी की रकम गिरफ्त में आए आरोपी के खाते में ट्रांसफर हुई थी. पुलिस ने आरोपी का मोबाइल भी कब्जे में ले लिया है. गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों के बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है. आरोपी की पहचान बदायूं के अलापुर निवासी सतीश के रूप में हुई है. 45 वर्षीय सतीश को सेक्टर-62 से मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया.
बीते साल अगस्त में पीड़ित ने की थी ठगी की शिकायत: डीसीपी साइबर क्राइम प्रीति यादव ने बताया कि 28 अगस्त 2024 को एक व्यक्ति ने अज्ञात जालसाजों के खिलाफ आईटी ऐक्ट और धोखाधड़ी की धारा में केस दर्ज कराया था. इसमें पीड़ित द्वारा बताया गया था कि अज्ञात ठगों ने व्हाट्सएप के माध्यम से उससे संपर्क किया और ऑनलाइन निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर 55 लाख 194 रुपये की ठगी कर ली. शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया और मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की गई.
![नोएडा में 55 लाख रुपये की ठगी का सरगना गिरफ्तार](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12-02-2025/del-gbn-01-cyber-vis-dl10007_12022025173111_1202f_1739361671_353.jpg)
आरोपी के खिलाफ एनसीआरपी पोर्टल पर 6 शिकायतें दर्ज : जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि बदायूं के सतीश के खाते में ठगी के दो लाख रुपये की रकम ट्रांसफर हुई है. ठगी के काम में उसके खाते का इस्तेमाल हुआ है. इसके बाद आरोपी सतीश की गिरफ्तारी हुई. यही नहीं सतीश के बैंक खातों के खिलाफ एनसीआरपी पोर्टल पर कुल छह शिकायतें अलग-अलग राज्यों में दर्ज हैं. साथ ही साइबर क्राइम थाना लखनऊ में दर्ज एक मामले में भी आरोपी की संलिप्तता पाई गई है. गिरफ्त में आया आरोपी शातिर किस्म का अपराधी है. वह ठग गिरोह को ठगी के लिए बैंक खाते उपलब्ध कराता है.
![आरोपी के खिलाफ एनसीआरपी पोर्टल पर 6 शिकायतें दर्ज](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/12-02-2025/del-gbn-01-cyber-vis-dl10007_12022025173111_1202f_1739361671_387.jpg)
इस प्रकार की ठगी से बचने के लिए साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने कुछ सुझाव दिए हैं और लोगों से इसपर अमल करने की अपील की है. सुझाव में यह बताया गया है कि निवेश करने से पहले किसी भी बेवसाइट और ऐप की प्रामाणिकता की जांच अवश्य कर लें. यदि संभव हो तो सदैव भारत सरकार के द्वारा अधिकृत तथा सेबी द्वारा निगरानी किए जाने वाले शेयर मार्केट में ही निवेश करें.