हैदराबाद: मौजूदा समय में सभी की जुबां पर सिर्फ और सिर्फ शार्दुल ठाकुर और वाशिंगटन सुंदर का ही नाम सुनने को मिल रहा है. ऐसा हो भी क्यों ना... दोनों ही खिलाड़ियों ने ये दिखा दिया है कि अगर आपके अंदर काबिलियत है तो आपको कोई पीछे नहीं छोड़ सकता.
ठाकुर और सुंदर ने ब्रिस्बेन में जारी अंतिम टेस्ट के तीसरे दिन अपनी शानदार बल्लेबाजी से दुनियाभर के क्रिकेट पंड़ितों और जानकारों को खासा प्रभावित किया. दोनों ने सातवें विकेट के लिए न सिर्फ रिकॉर्ड साझेदारी बनाई बल्कि भारत को भी मुकाबले में वापस ला खड़ा.
टेस्ट में छक्के के साथ खाता खोलने वाले दूसरे भारतीय बने शार्दुल ठाकुर
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शार्दुल ठाकुर और वाशिंगटन सुंदर ने सातवें विकेट के लिए 123 रनों की साझेदारी निभाई और ये इस मैदान पर सातवें विकेट के लिए भारत की सबसे बड़ी साझेदारी भी रही. इससे पहले कपिल देव और मनोज प्रभाकर ने 1991 ने 58 रन की साझेदारी की थी. तीसरे स्थान पर महेंद्र सिंह धोनी और और अश्विन का नाम आता है. इस जोड़ी ने 2014 में 57 रन जोड़े थे.
सातवें विकेट के लिए ब्रिस्बेन में भारत की सबसे बड़ी साझेदारियां :
- शार्दुल ठाकुर और वाशिंगटन सुंदर, बनाम ऑस्ट्रेलिया, 123 रन, 2021
- कपिल देव और मनोज प्रभाकर, बनाम ऑस्ट्रेलिया, 58 रन, 1991
- महेंद्र सिंह धोनी और आर अश्विन, बनाम ऑस्ट्रेलिया, 57 रन, 2014
-- BY Akhil Gupta