जयपुर. दुनिया में क्रिकेट का महाकुंभ कहा जाने वाला वर्ल्ड कप का मुकाबला 5 अक्टूबर से शुरू होने जा रहा है. इस वक्त पूरे देश की नजर उन 15 खिलाड़ियों की टीम पर है, जो भारत का प्रतिनिधित्व मैदान पर करेगी. इस बीच राजस्थान की क्रिकेट प्रेमियों को थोड़ी निराशा है, जिन्हें अपने पसंदीदा खिलाड़ी रवि बिश्नोई मैदान पर नजर नहीं आएंगे. मूल रूप से राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले रवि बिश्नोई को बतौर लेग स्पिनर एक फिरकी गेंदबाज के रूप में टीम में जगह मिलने की उम्मीद थी. नए और युवा स्पिनर्स को भारतीय टीम तलाश रही थी, उसमें कुलदीप यादव के साथ ही रवि बिश्नोई का नाम भी शामिल था, पर रवि बिश्नोई को मौका नहीं मिला.
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी रहा है शानदार प्रदर्शन : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रवि बिश्नोई को वेस्टइंडीज के खिलाफ T20 और एक दिवसीय मैचों की श्रृंखला में मौका मिला था. वे अब तक के अपने एक दिवसीय मुकाबले में दो विकेट चटका चुके हैं. T20 के मुकाबले में उन्हें 20 सफलताएं मिली हैं. जूनियर क्रिकेट में उनके लिए सफर शानदार रहा था, लेकिन घरेलू क्रिकेट में अंदरूनी राजनीति के चलते उन्हें ज्यादा मौका नहीं मिला. अनिल कुंबले को अपना गुरु मानने वाले रवि बिश्नोई कहते हैं कि ज्यादा दबाव में बेहतर प्रदर्शन की कुंबले की सीख को वह आज भी अमल में लाते हैं.
कोच गौतम गंभीर को थी काफी उम्मीद : रवि बिश्नोई ने अंडर-19 वर्ल्ड कप में कमाल का प्रदर्शन करते हुए सबसे ज्यादा 17 विकेट चटकाए थे. इसके बाद उन्होंने दो बार इंडियन प्रीमियर लीग में किंग्स इलेवन पंजाब का प्रतिनिधित्व किया और भारत में लेग स्पिन गेंदबाजी के दिग्गज अनिल कुंबले से अपनी गेंदबाजी को निखारने के गुर सीखे. फिलहाल बिश्नोई लखनऊ सुपर जायंट्स के साथ खेल रहे हैं. उन्होंने आईपीएल में 52 मुकाबले में 53 विकेट चटकाए हैं, लेकिन छोटे फॉर्मेट में किफायती गेंदबाजी के कारण उन्होंने अपने छोटे से करियर में नामी क्रिकेटर्स को अपना मुरीद बना लिया है. लखनऊ टीम के कोच गौतम गंभीर भी मानते हैं कि भारतीय क्रिकेट जगत में आने वाले वक्त में रवि बिश्नोई एक बड़ा नाम होंगे. उन्हें उम्मीद है कि रवि बिश्नोई को भले ही इस वर्ल्ड कप में मौका नहीं मिला, लेकिन अंतरराष्ट्रीय टीम में भी जल्द धमाकेदार वापसी करेंगे.
सुनील गावस्कर ने भी की थी तारीफ : रवि बिश्नोई के गेंदबाजी के अंदाज को भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर भी पसंद करते हैं. यही वजह है कि साल 2022 में एशिया कप के सुपर 4 मैच में पाकिस्तान के खिलाफ T20 मुकाबले में रवि बिश्नोई की गेंदबाजी को गावस्कर ने यजुर्वेन्द्र चहल से भी बेहतर बताया था. तब गावस्कर ने कहा था कि ऑस्ट्रेलिया में होने वाले T20 वर्ल्ड कप में रवि बिश्नोई की जगह अश्विन को मौका मिलना निराशाजनक है. उन्होंने कहा था कि बिश्नोई अपने प्रदर्शन के दम पर टीम इंडिया में जगह पाने के हकदार हैं.
राजस्थान क्रिकेट संघ से रहा विवादों का नाता : रवि बिश्नोई को राजस्थान से रणजी क्रिकेट में बीते सीजन में ज्यादा मौके नहीं मिले थे. इसके बाद उन्होंने गुजरात का रुख कर लिया था. इस बारे में उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जानकारी भी दी थी. राजस्थान में खेलों को करीब से देखने वाले वरिष्ठ पत्रकार दिनेश शर्मा के मुताबिक रवि बिश्नोई को उनकी प्रतिभा के अनुसार अवसर नहीं मिले थे, इस वजह से उन्होंने राजनीति से पीछा छुड़ाकर दूसरे राज्य का रुख कर लिया था. दिनेश शर्मा मानते हैं कि गुजरात में रवि बिश्नोई को खुद को साबित करने के अच्छे अवसर मिलेंगे.