जोधपुर. शहर की गलियों में क्रिकेट खेलकर देश दुनिया में नाम करने वाले राजस्थान के जोधपुर जिले के रवि बिश्नोई आज टी20 क्रिकेट की दुनिया के नंबर एक गेंदबाज बन गए हैं. हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध हुई सीरिज के बाद जारी की गई रैंकिंग में रवि को यह सम्मान हासिल हुआ है. रवि की इस उपलब्धी से उनके साथी और परिजन काफी खुश हैं. रवि अब तक 21 अंतराष्ट्रीय टी20 मैच खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने 34 विकट लिए हैं. रैंकिंग में 699 अंक के साथ वे नंबर एक पर पहुंचे हैं. रवि ने अब तक इस फॉरमेट में 496 बॉल डाले हैं और 591 रन दिए हैं. उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 16 रन देकर 4 विकट लेने का है. हाल ही में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई टी20 सीरीज में भी रवि का बेहतर प्रदर्शन रहा है.
बनना चाहता था फास्ट बॉलर, बने स्पिनर : रवि ने जोधपुर में ही पूरी कोचिंग की थी. जब वह जोधपुर आते हैं तो कोचिंग में प्रक्टिस करते हैं. रवि के कोच रहे प्रद्योतसिंह का कहना है रवि फास्ट बॉलर बनना चाहते थे, लेकिन उनमें एक स्पिनर बनने की खूबियां थीं. हमने इसके लिए प्रेरित किया और वह सफल रहे. आगे बढ़ने के बाद उसने अपनी लेग स्पिन में कई विविधता हासिल की, विशेषकर गुगली और फ्लिपर में महारत हासिल कर ली. उसने शुरुआत में बहुत मेहनत की थी, लगातार घंटों तक बैट्समैन को बॉलिंग करता था.
अंडर 19 से टीम इंडिया का सफर : 2020 में रवि का चयन अंडर 19 विश्वकप की टीम में हुआ था, जहां उन्होंने पहला विकेट वेस्टइंडिज के खिलाफ लिया था. उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन दुर्भाग्य से फाइन में भारत मैच हार गया. इसके बाद रवि को टी20 टीम का सदस्य चुना गया. साथ ही आईपीएल में भी मौका मिला. रवि बिश्नोई वर्तमान में आईपीएल में लखनऊ सुपर जायंट्स की तरफ से खेल रहे हैं, लेकिन उन्होंने शुरुआत पंजाब सुपर किंग से की थी. पहले मैच से पहले रवि ने प्रद्योतसिंह से बात की थी. उनके बताए गुर से सभी बैट्समैन को बॉल डाली. इसमें रवि ने पहला विकट ऋषभपंत का लिया था. रवि एक दिवसीय अंतराष्ट्रीय मैच भी भारतीय टीम में खेल चुके हैं.
साधारण परिवार से आते हैं रवि : रवि बिश्नोई के पिता मांगीलाल टीचर हैं. पिता के नाम के पहले अक्षर 'एम' को रवि ने अपनी जर्सी के नाम में शामिल किया है. साथ ही जर्सी का नंबर 51 भी पिता और अपनी जन्मतिथी को शामिल कर बनाया है. ग्रामीण परिवेश से आने वाले रवि का परिवार जोधपुर के महामंदिर में रहता हैं. उनका हर मैच परिवार साथ बैठकर देखता है.