दुबई: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने बुधवार को अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर इसकी जानकारी दी. ये फैसला आईसीसी और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के बीच चर्चा के बाद लिया गया है, जहां कोरोना के कारण खिलाड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर भी चर्चा की गई.
इससे पहले, डब्ल्यूटीसी फाइनल मुकाबला लंदन के लॉर्डस मैदान पर होना था, लेकिन इसे अब इसे साउथम्पटन में कराया जाएगा. बताया जा रहा है कि सीमित संख्या में दर्शकों को फाइनल मुकाबला देखने की अनुमति दी जा सकती है.
ईसीबी के सीईओ टॉम हैरिसन ने कहा, "विश्व के पहले बायो सिक्योर स्थल होने के नाते कोरोना महामारी के बीच भी इस मैदान ने अंतर्राष्ट्रीय मैच आयोजित कराए थे. मुझे यकीन है कि आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला एक बेहतर मौका होगा."
आईसीसी क्रिकेट महासचिव ग्योफ एल्ड्रिस ने कहा, "हमें भरोसा है कि हैंपशायर बॉल को चयन करने से हम हरसंभव तरीके से फाइनल मैच का आयोजन कर पाएंगे. यहां सभी सुरक्षित वातावरण में खेलेंगे और यहां दर्शकों को विश्व की दो सर्वश्रेष्ठ टीम के बीच मुकाबला देखने का मौका मिलेगा."
उन्होंने कहा, "मैं ईसीबी को उनके मार्गदर्शन और सलाह के लिए धन्यवाद देना चाहूंगा, जिससे हमें यह निर्णय लेने में मदद मिली और हमें एक सुरक्षित और सफल वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल आयोजित कराने का अच्छा मौका मिला."
भारत ने हाल ही में इंग्लैंड को चार मैचों की सीरीज में 3-1 से हराकर डब्ल्यूटीसी के फाइनल में जगह बनाई थी. न्यूजीलैंड पहले ही डब्ल्यूटीसी के फाइनल के लिए क्वालीफाई कर चुका था. दोनों टीमों के बीच 18 से 22 जून तक फाइनल मुकाबला खेला जाना है. इस मैच के लिए 23 जून को रिजर्व डे रखा गया है.