हैदराबाद : भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली को टेस्ट क्रिकेट का 'किंग' कहे तो बिलकुल भी गलत नहीं होगा. ये बात खुद न्यूजीलैंड के कप्तान और जेंटलमैन क्रिकेटर केन विलियमसन ने ये बात कबूली है. उन्होंने न्यूजीलैंड में भारत के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज से पहले कहा है कि वे हमेशा से विराट के कायल रहे हैं, विराट ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं. वहीं, आईसीसी ने भी कोहली के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर उनको विश्व का नंबर-1 टेस्ट बल्लेबाज माना है.
दिल्ली के रहने वाले विराट कोहली ने जब साल 2014 में एमएस धोनी के चोटिल होने के कारण पहली बार टेस्ट टीम की कमान संभाली थी तब ही सबने मान लिया था कि वे भारतीय टेस्ट टीम को ऊंचाइयों पर पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ने वाले. बतौर कप्तान उन्होंने अपने पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी में 115 रन बनाए थे. कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम विश्व की नंबर-1 टेस्ट टीम भी बनी. इतना ही नहीं वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप्स की अंकतालिका में भी भारतीय टीम नंबर-1 पर है.
इस तरह से सबसे अलग है भारतीय टेस्ट टीम
भारतीय टीम दुनिया की नंबर-1 टेस्ट टीम है. ये मुकाम हासिल करने में कोहली का बहुत बड़ा योगदान है. विराट कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं. उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने कुल 53 टेस्ट मैच खेले हैं. इसमें से 33 मैचों में जीत दर्ज की है और 10 मैच हारे और 10 मैच ड्रॉ रहे हैं. उनकी कप्तानी में भारत ने सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीते हैं.
इतना ही नहीं विराट की कप्तानी में साल 2019 में भारतीय टीम ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उन्हीं के घर में टेस्ट सीरीज में हराया था. कोहली ने भारत के पहले डे-नाइट टेस्ट की भी कप्तानी की थी. बांग्लादेश के खिलाफ हुए पहले डे-नाइट टेस्ट में भारत ने पारी और 46 रनों से जीत दर्ज की थी.
साथ ही भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम लगातार 7 बार से टेस्ट मैच जीत रही है जो भारत की सबसे लंबी विनिंग स्ट्रीक है. अगर वेलिंग्टन में भारत टेस्ट मैच जीतता है तो ये आंकड़ा 8 तक पहुंच जाएगा और भारत अपना ही रिकॉर्ड तोड़ देगा.
व्यक्तिगत रिकॉर्ड्स में भी आगे हैं किंग कोहली
न सिर्फ कोहली ने अपनी टीम को नंबर-1 बनाने के लिए बड़े योगदान दिए बल्कि उनके व्यक्तिगत टेस्ट रिकॉर्ड्स भी कमाल के हैं. वे 928 प्वॉइंट्स के साथ दुनिया के नंबर-1 टेस्ट बल्लेबाज हैं. वे बतौर कप्तान टीम के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट मैच खेलने के मामले में माही के बाद दूसरे नंबर पर हैं.
जहां तक बात रिकॉर्ड्स की है तो रिकॉर्ड्स भी कोहली की तरफदारी करते हैं. विराट कोहली ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ साल 2019 में टेस्ट मैच के दौरान पहली पारी में 254 रनों की नाबाद पारी खेली थी. इस मैच में वे भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा दोहरे शतक जमाने वाले बल्लेबाज बन गए थे. ऐसा कर उन्होंने सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग का रिकॉर्ड तोड़ा था. दोनों के नाम छह-छह दोहरे शतक हैं.
इतना ही नहीं भारत के पहले डे-नाइट टेस्ट के दौरान कोहली टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेजी से 5000 रन पूरे करने वाले कप्तान बने थे. उन्होंने ये मुकाम 86 पारियों में हासिल किया था. साथ ही उस मैच में उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का 70वां शतक जड़ा था.
इसी तरह उनके नाम सबसे तेज 25 टेस्ट शतक लगाने का रिकॉर्ड है. वे ऑस्ट्रेलिया में अपनी टीम को टेस्ट सीरीज जिताने वाले पहले एशियाई कप्तान बने.
टेस्ट क्रिकेट में कोहली का प्रदर्शन
साल 2011 से टेस्ट क्रिकेट खेल रहे विराट कोहली ने आज तक कुल 84 टेस्ट मैच खेले हैं. इसमें उन्होंने 7202 रन बनाए हैं. जिसमें 22 अर्धशतक, 27 शतक और 7 दोहरे शतक शामिल हैं.
विराट कोहली के अबतक के टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन को मद्देनजर रखें तो केन विलियमसन ने जो भी किंग कोहली के बारे में कहा है वो बिलकुल सही लगता है. अब भारतीय फैंस को पूरी उम्मीद रहेगी कि भारतीय कप्तान कीवियों के खिलाफ इस टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड का सफाया कर दें.