हैदराबाद: इंग्लैंड के खिलाफ जोहानिसबर्ग में अपना आखिरी टेस्ट मैच खेलने के बाद साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज वर्नोन फिलैंडर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया.
इस मैच में फिलैंडर ने पहली पारी में दो विकेट लिए जबकि दूसरी पारी में उनको एक भी विकेट नहीं मिली. दूसरी पारी में उन्होंने सिर्फ 1.3 ओवर ही फेंके और इसके बाद चोट के कारण बाहर जाना पड़ा.
बता दें कि मेजबान टीम को इंग्लैंड ने मैच के चौथे दिन ही 119 रनों से हरा दिया. इसके साथ ही फिलैंडर पर मैच फीस का 15 फीसदी जुर्माना भी लगा एक नकारात्मक अंक भी उनके हिस्से में आया.
2007 में किया था डेब्यू
दक्षिण अफ्रिका के ऑल-राउंडर ने साल 2007 में आयरलैंड के खिलाफ अपना डेब्यू किया था. इस मैच में उन्होंने 12 रन देकर चार विकेट अपने नाम किए थे.
उनका टेस्ट पदार्पण भी बहुत शानदार रहा है. फिलैंडर ने साल 2011 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला था. इस मैच में उन्होंने दूसरी पारी में 15 रन देकर पांच विकेट लिए थे.
साथ ही उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ साल 2007 में टी20 में डेब्यू किया था.
टेस्ट करियर रहा है शानदार
34 साल के फिलैंडर ने अपने करियर में 64 टेस्ट मैच खेले हैं. इस दौरान उन्होंने 224 विकेट लिए और 1779 रन बनाएं. इस खिलाड़ी ने अपने टेस्ट करियर में 13 बार एक पारी में पांच विकेट और दो बार एक मैच में 10 विकेट लेने का कारनामा किया है.
वहीं अगर एकदिवसीय की बात करें तो उन्होंने खेले गए 30 मैचों में 41 विकेट लिए हैं. साथ ही सात टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में चार विकेट लिए हैं.
टोकन देकर किया गया सम्मानित
मैच के बाद मैच के बाद फिलैंडर को टोकन देकर सम्मानित किया गया. आईसीसी ने भी उनका फोटो पोस्ट करते हुए उनके करियर रेकॉर्ड के बारे में ट्वीट किया.
साउथ अफ्रीकी टेस्ट टीम के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने कहा, 'मैं फिलैंडर का उनके योगदान के लिए शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. ये टीम उन्हें याद करेगी. हम रात में ड्रैसिंग रूम में उनके साथ बैठेंगे और अपनी यादें ताजा करेंगे.'
फिलैंडर ने सीरीज की शुरुआत में ही कह दिया था कि यह उनके करियर की आखिरी सीरीज होगी और वे फिर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह देंगे.