नई दिल्ली : फिक्सिंग पर बोलते हुए भारतीय टीम के पूर्व कप्तान गावस्कर ने कहा है कि , "लालच ऐसी बला है जिसे शिक्षा, मार्गदर्शन, सेमीनार या भ्रष्टाचार रोधी अधिकारी नहीं सुधार सकते. सर्वश्रेष्ठ समाज, सबसे ज्यादा विकसित समाज में भी अपराधी होते हैं. क्रिकेट में भी आपके पास अलग तरह के लोग होते हैं जो लालच में आ जाते हैं. इसके अलग कारण हो सकेत हैं कि जिनकी वजह से लोग इसके लिए बाध्य हो जाते हैं. मैं समझता हूं कि आप इसे नियंत्रित नहीं कर सकते."
गावस्कर ने हालांकि कहा कि अब तकनीक के माध्यम से इस बात को सुनिश्चित किया जाता है कि ऐसे लोग बच नहीं पाएं.
उन्होंने कहा, "मैं उन स्थितियों को समझ सकता हूं जहां खिलाड़ी सोचता है कि वह इससे बच निकलेगा, लेकिन आप बच नहीं सकते क्योंकि इसे टीवी पर दिखाया जा रहा है, हर एक छोटी चीज दिखाई जा रही है. आप कुछ गलत करते हैं तो पकड़े जाएंगे."
![सुनील गावस्कर](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/4528488_gavaskar.jpg)
भ्रष्टाचार के मामले सामने आने के बाद भी भारत के पूर्व कप्तान को लगता है कि इन टूर्नामेंट को लोगों का समर्थन हासिल है और यह भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाएंगे.
उन्होंने कहा, "आप जिलों से आ रही प्रतिभाओं को देखिए. उदाहरण के तौर पर कर्नाटक प्रीमियर लीग, कई लोग राज्य के अंदरुनी इलाकों से आए हैं जिन्हें कर्नाटक के सर्वश्रेष्ठ जौहरी भी शायद नहीं निकाल पाते."
उन्होंने कहा, "यही टीएनपीएल और बाकी की अन्य लीगों के साथ है. मुझे लगता है कि यह लीग काफी अच्छी हैं. यह भारतीय क्रिकेट को और ज्यादा प्रतिभाएं दे रही हैं.