कोलकाता: बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने शुक्रवार को कहा कि वे ये पता लगाने का प्रयास करेंगे कि आखिरकार क्यों बेंगलोर स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) ने तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का फिटनेस टेस्ट करने का इंकार कर दिया था.
यहां आयोजित एक कार्यक्रम से इतर गांगुली ने कहा, "मैं पता लगाने की कोशिश करूंगा कि असल कारण क्या है. एनसीए हर इंटरनेशनल क्रिकेटर के लिए पहला और अंतिम पड़ाव होना चाहिए."
गांगुली ने कहा, "मैंने अभी दो महीने पहले ही कामकाज संभाला है. मैं इस सम्बंध में राहुल द्रविड़ से बात करुंगा. मैं उनसे कुछ बार मिला हुं. हम इस समस्या को समझते हैं और इसे हल करने की कोशिश करेंगे."
गांगुली ने आगे कहा, "बाहर से लगता है कि मामला कुछ और है. बुमराह जब एनसीए गए थे तब मैं सिस्टम में नहीं था. क्या हुआ? अगर आप मुझसे पूछेंगे तो एनसीए भारतीय पेसरों के लिए अंतिम पड़ाव है. हर चीज एनसीए से होकर गुजरनी चाहिए और इसी कारण मैं कह रहा हूं कि हम इसका जवाब खोजने की कोशिश करेंगे."
बुमराह विश्व कप के बाद से ही चोटिल हैं और अब सुधार की अंतिम प्रक्रिया में हैं. वे वेस्टइंडीज के साथ विशाखापट्टनम में हुए दूसरे वनडे मुकाबले के दौरान नेट प्रेक्टिस के लिए पहुंचे थे.
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कई कारणों से बुमराह एनसीए में फिटनेस टेस्ट नहीं दे सके. सूत्रों ने मीडिया को बताया कि बुमराह ने टीम प्रबंधन को कहा था कि वे रीहैब के लिए एनसीए जाने को इच्छुक नहीं हैं.
एनसीए बुमराह का फिटनेस टेस्ट करने को इच्छुक नहीं था क्योंकि रीहैब के दौरान बुमराह ने निजी फिटनेस स्पेशलिस्ट से काम लिया था. वे रिहैब के लिए एनसीए नहीं गए थे.