विशाखापट्टनम : डीन एल्गर (160) और क्विंटन डी कॉक (111) ने बेहतरीन शतकीय पारी खेल एसीए-वीसीए स्टेडियम में भारत के खिलाफ जारी पहले टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका के संघर्ष को जिंदा रखा लेकिन रविचंद्रन अश्विन ने आखिरी सत्र में एक बार फिर भारत को मैच में वापस ला खड़ा कर दिया. मैच के तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक दक्षिण अफ्रीका ने 8 विकेट के नुकसान पर 385 रन बना लिए हैं. भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट के नुकसान पर 502 रनों पर घोषित कर दी. मेहमान टीम अभी भी भारत से 117 रन पीछे है.
दूसरे दिन दक्षिण अफ्रीका मुश्किल स्थिति में थी और लग रहा था कि अश्विन और रवींद्र जडेजा की स्पिन जोड़ी के सामने तीसरे दिन वह जल्दी सिमट जाएगी लेकिन एल्गर ने एक छोर संभाले रखा और टीम के संघर्ष को जारी रखा. इसमें कप्तान फाफ डु प्लेसिस (55) और फिर डी कॉक ने उनका भरपूर साथ दिया.
तीसरे दिन दक्षिण अफ्रीका ने तीन विकेट के नुकसान पर 39 रनों के साथ शुरुआत की थी. उप-कप्तान टेम्बा बावुमा (20) को ईशांत शर्मा ने आउट कर दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 63 रनों पर चार विकेट कर दिया.
एल्गर एक छोर पर खड़े हुए थे और उन्हें डु प्लेसिस से साथ देने की उम्मीद थी. कप्तान ने एल्गर का साथ दिया और पांचवें विकेट के लिए 115 रनों की साझेदारी की. तीसरे दिन के पहले सत्र में दक्षिण अफ्रीका ने सिर्फ एक विकेट ही खोया था.
दूसरे सत्र में डु प्लेसिस ने अपना अर्धशतक पूरा किया लेकिन इसके कुछ ही देर बाद वह अश्विन की गेंद पर चेतेश्वर पुजारा के हाथों लेग स्लिप पर लपके लिए गए. डु प्लेसिस ने 103 गेंदों पर आठ चौके और एक छक्के की मदद से 55 रन बनाए.
भारत की कोशिश थी कि वो दक्षिण अफ्रीका पर शिकंजा कस ले, लेकिन एल्गर और डी कॉक ने ऐसा नहीं होने दिया.
इस बीच एल्गर ने अपना शतक पूरा किया और कुछ देर बाद डी कॉक ने भी अपने पचास रन पूरे कर लिए. एल्गर और डी कॉक ने दूसरे सत्र की समाप्ति तक टीम को मजबूत स्थिति में बनाए रखा.
एल्गर विकेट पर अच्छी तरह जम चुके थे, हालांकि वह संयम खो बैठे और जडेजा की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में पुजारा के हाथों डीप मिडविकेट पर लपके लिए गए. उन्होंने 287 गेंदों पर 18 चौके और चार छक्कों की मदद से शतकीय पारी खेली.
इस बीच डी कॉक ने भी अपना शतक पूरा कर लिया. शतक के बाद डी कॉक अश्विन की गेंद पर बोल्ड हो गए. उन्होंने 163 गेंदों का सामना किया और 16 चौके और दो छक्कों की मदद से शतकीय पारी खेली.
अश्विन ने वार्नोन फिलेंडर को बिना खाता खोले पवेलियन भेज दक्षिण अफ्रीका को आठवां झटका दिया. यहां से एक बार फिर भारत ने मैच में अपनी पकड़ को मजबूत कर लिया.
भारत के लिए अश्विन पांच विकेट ले चुके हैं. जडेजा के हिस्से दो और ईशांत के हिस्से एक सफलता आई है.