नई दिल्ली: महिला टीम की पूर्व कप्तान अंजुम चोपड़ा का मानना है कि महिला क्रिकेट को लेकर भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के पास योजना है लेकिन बोर्ड को इससे जुड़े विचारों को ज्यादा विस्तार से बताने की जरूरत है. क्रिकेटर से सफल कमेंटेटर बनीं चोपड़ा ने बात करते हुए कहा बीसीसीआई महिला क्रिकेट की प्रगति के बारे में सोच रहा है.
चोपड़ा ने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि बीसीसीआई महिला क्रिकेट के बारे में नहीं सोच रहा है. मुझे केवल ये लगता है कि उन्हें महिला क्रिकेट के बारे में विस्तृत ब्योरा देने की जरूरत है. विश्वास है कि वो महिला क्रिकेट के बारे में सोच रहे होंगे, लेकिन ये सब ऐसा ही होना चाहिए जैसे कि पुरूष किकेट के लिए विस्तृत ब्योरे में होता है.’
BCCI को उस वक्त आलोचना का समाना करना पड़ा जब उसने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सितंबर में महिला टीम के इंग्लैंड दौरे को रद कर दिया था. चोपड़ा ने कहा कि ये ‘अच्छा नहीं’ था, लेकिन नवंबर में महिला आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) से भारतीय खिलाड़ियों को अगले साल होने वाले वनडे वर्ल्ड कप के लिए तैयारी का मौका मिलेगा.
उन्होंने कहा, ‘महिला टीम को उस इंग्लैंड दौरे का हिस्सा होना चाहिए था और शुरुआत में मुझे ये अच्छा नहीं लगा था, लेकिन महिला आईपीएल भी विश्व कप की तैयारियों में मददगार होगी. क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट से तैयारी की जा सकती है.’
43 साल की पूर्व कप्तान ने कहा, ‘किसी भी टूर्नमेंट के लिए उपलब्ध नहीं होना अच्छी बात नहीं है, लेकिन तार्किक रूप से इसके पीछे कई मुद्दे हो सकते हैं. और आप कम तैयारियों के साथ टीम नहीं भेज सकते.’
चोपड़ा ने सौरभ गांगुली की अगुआई वाले बोर्ड की ओर से द्वारा आईपीएल के साथ-साथ यूएई में महिलाओं के आईपीएल के आयोजन के फैसले का स्वागत किया. पुरुषों का आईपीएल 19 सितंबर से 10 नवंबर तक चलेगा. महिला आईपीएल पुरुष लीग के आखिरी चरण में होगा. उन्होंने कहा, ‘खुश हूं, दुनिया भर में कहीं भी किसी भी प्रकार के क्रिकेट का हिस्सा बनना हमेशा अच्छा होता है.’
उन्होंने सफलतापूर्वक 17 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला है और रिकॉर्ड छह बार वर्ल्ड कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया है. वो 100 एकदिवसीय खेलने वाली पहली महिला क्रिकेटर हैं. उन्होंने कहा कि इस महामारी का महिला क्रिकेट पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा.