हैदराबाद : कहते हैं... मेहनत से इंसान अपने सभी सपने सच कर सकता है. लेकिन मेहनत के साथ ही हमें एक ऐसे स्पोर्ट की जरूरत होती है जो हमें सही रास्ता दिखाए और उस रास्ते पर चलने की हिम्मत दे.
हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) में भी कुछ ऐसा देखने के लिए मिला जब साधारण से परिवार की चार लड़कियों ने एचसीए स्टेट महिला टीम में अपनी जगह बनाई. इनकी ये उपलब्धि काबिले तारीफ है क्योंकि अपने कौशल और मेहनत के दम पर इन लड़कियों ने 18 साल से भी कम की उम्र में अंडर-23 टीम में अपनी जगह बनाई है.
बी अंजली और निकिता तेलंगाना सामाजिक कल्याण आवासीय संस्थान से हैं और पार्वती और अनीता राज्य आदिवासी कल्याण आवासीय शैक्षणिक संस्थान में पढ़ती हैं. हालांकि, दूरदराज के क्षेत्रों से आने वाली इन लड़कियों ने अपने सपनों को चुना और इस पूरी प्रक्रिया में वे अब काफी आगे आ चुके हैं.
इन चारों की कहानियां एक जैसी ही है. इन सबों ने गरीबी और सामाजिक मानदंडों से लड़कर यहां तक का सफर तय किया है. हालांकि, ये लड़कियां तेलंगाना सोशल एंड ट्राइबल वेलफेयर रेजिडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूट सोसाइटी द्वारा शुरू की गई क्रिकेट अकादमियों को अपना सब कुछ दे दिया. इन अकादमी ने इन चारों लड़कियों की जिंदगी बदल दी है.
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मुदिगोंडा मंडल की बी अंजली ने कहा, "आज मैं जो कुछ भी हूं, वह सामाजिक और आदिवासी कल्याण आवासीय शैक्षणिक संस्थानों द्वारा चलाए जा रहे क्रिकेट कोचिंग कैंप की वजह से हूं. मैंने कभी सोचा नहीं था कि मुझे इतनी कम उम्र में हैदराबाद की महिला क्रिकेट टीम में चुना जाएगा. मैं एक दिन अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारतीय महिला क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व करना चाहती हूं."
तेलंगाना सोशल एंड ट्राइबल वेलफेयर रेजिडेंशियल एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस सोसाइटी के सचिव डॉ. आरएस प्रवीण कुमार ने कहा, "हैदराबाद की वरिष्ठ महिला क्रिकेट टीम में लड़कियों का हाशिए पर बढ़ना ऐसी हजारों लड़कियों के लिए बहुत प्रेरणादायक है. इन लड़कियों के लिए भी क्रिकेट का बल्ला छूना और क्रिकेट खेलना बहुत बड़ी बात थी."
इसके साथ ही उन्होंने एचसीए को इन लड़कियों को चुनने और उन्हें समर्थन देने के लिए धन्यवाद दिया.
प्रवीण कुमार ने लड़कियों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, अनुसूचित जाति विकास विभाग के मंत्री कोप्पुला ईश्वर और आदिवासी कल्याण मंत्री सत्यवती राठौड़ को खेल अकादमियों को शुरू करने और गरीब छात्रों को उनके सपनों को साकार करने में मदद करने के लिए धन्यवाद दिया.